भजन संहिता 21:6
क्योंकि तू ने उसको सर्वदा के लिये आशीषित किया है; तू अपने सम्मुख उसको हर्ष और आनन्द से भर देता है।
For | כִּֽי | kî | kee |
thou hast made | תְשִׁיתֵ֣הוּ | tĕšîtēhû | teh-shee-TAY-hoo |
blessed most him | בְרָכ֣וֹת | bĕrākôt | veh-ra-HOTE |
for ever: | לָעַ֑ד | lāʿad | la-AD |
made hast thou | תְּחַדֵּ֥הוּ | tĕḥaddēhû | teh-ha-DAY-hoo |
him exceeding glad | בְ֝שִׂמְחָ֗ה | bĕśimḥâ | VEH-seem-HA |
with | אֶת | ʾet | et |
thy countenance. | פָּנֶֽיךָ׃ | pānêkā | pa-NAY-ha |