भजन संहिता 140:3
उनका बोलना सांप का काटना सा है, उनके मुंह में नाग का सा विष रहता है॥
They have sharpened | שָֽׁנֲנ֣וּ | šānănû | sha-nuh-NOO |
their tongues | לְשׁוֹנָם֮ | lĕšônām | leh-shoh-NAHM |
like | כְּֽמוֹ | kĕmô | KEH-moh |
serpent; a | נָ֫חָ֥שׁ | nāḥāš | NA-HAHSH |
adders' | חֲמַ֥ת | ḥămat | huh-MAHT |
poison | עַכְשׁ֑וּב | ʿakšûb | ak-SHOOV |
is under | תַּ֖חַת | taḥat | TA-haht |
their lips. | שְׂפָתֵ֣ימוֹ | śĕpātêmô | seh-fa-TAY-moh |
Selah. | סֶֽלָה׃ | selâ | SEH-la |