Psalm 131:1
हे यहोवा, न तो मेरा मन गर्व से और न मेरी दृष्टि घमण्ड से भरी है; और जो बातें बड़ी और मेरे लिये अधिक कठिन हैं, उन से मैं काम नहीं रखता।
Psalm 131:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Lord, my heart is not haughty, nor mine eyes lofty: neither do I exercise myself in great matters, or in things too high for me.
American Standard Version (ASV)
Jehovah, my heart is not haughty, nor mine eyes lofty; Neither do I exercise myself in great matters, Or in things too wonderful for me.
Bible in Basic English (BBE)
<A Song of the going up. Of David.> Lord, there is no pride in my heart and my eyes are not lifted up; and I have not taken part in great undertakings, or in things over-hard for me.
Darby English Bible (DBY)
{A Song of degrees. Of David.} Jehovah, my heart is not haughty, nor mine eyes lofty; neither do I exercise myself in great matters, and in things too wonderful for me.
World English Bible (WEB)
> Yahweh, my heart isn't haughty, nor my eyes lofty; Nor do I concern myself with great matters, Or things too wonderful for me.
Young's Literal Translation (YLT)
A Song of the Ascents, by David. Jehovah, my heart hath not been haughty, Nor have mine eyes been high, Nor have I walked in great things, And in things too wonderful for me.
| Lord, | יְהוָ֤ה׀ | yĕhwâ | yeh-VA |
| my heart | לֹא | lōʾ | loh |
| is not | גָבַ֣הּ | gābah | ɡa-VA |
| haughty, | לִ֭בִּי | libbî | LEE-bee |
| nor | וְלֹא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| mine eyes | רָמ֣וּ | rāmû | ra-MOO |
| lofty: | עֵינַ֑י | ʿênay | ay-NAI |
| neither | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| exercise I do | הִלַּ֓כְתִּי׀ | hillaktî | hee-LAHK-tee |
| myself in great matters, | בִּגְדֹל֖וֹת | bigdōlôt | beeɡ-doh-LOTE |
| high too things in or | וּבְנִפְלָא֣וֹת | ûbĕniplāʾôt | oo-veh-neef-la-OTE |
| for | מִמֶּֽנִּי׃ | mimmennî | mee-MEH-nee |
Cross Reference
रोमियो 12:16
आपस में एक सा मन रखो; अभिमानी न हो; परन्तु दीनों के साथ संगति रखो; अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न हो।
अय्यूब 42:3
तू कौन है जो ज्ञान रहित हो कर युक्ति पर परदा डालता है? परन्तु मैं ने तो जो नहीं समझता था वही कहा, अर्थात जो बातें मेरे लिये अधिक कठिन और मेरी समझ से बाहर थीं जिन को मैं जानता भी नहीं था।
यिर्मयाह 45:5
इसलिये सुन, क्या तू अपने लिये बड़ाई खोज रहा है? उसे मत खोज; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, कि मैं सारे मनुष्यों पर विपत्ति डालूंगा; परन्तु जहां कहीं तू जाएगा वहां मैं तेरा प्राण बचा कर तुझे जीवित रखूंगा।
भजन संहिता 139:6
यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है॥
भजन संहिता 101:5
जो छिप कर अपने पड़ोसी की चुगली खाए, उसको मैं सत्यानाश करूंगा; जिसकी आंखें चढ़ी हों और जिसका मन घमण्डी है, उसकी मैं न सहूंगा॥
आमोस 7:14
आमोस ने उत्तर देकर अमस्याह से कहा, मैं ने तो भविष्यद्वक्ता था, और न भविष्यद्वक्ता का बेटा; मैं तो गाय-बैल का चरवाहा, और गूलर के वृक्षों का छांटनेहारा था,
मत्ती 11:29
मेरा जूआ अपने ऊपर उठा लो; और मुझ से सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूं: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे।
प्रेरितों के काम 20:19
अर्थात बड़ी दीनता से, और आंसू बहा बहाकर, और उन परीक्षाओं में जो यहूदियों के षडयन्त्र के कारण मुझ पर आ पड़ी; मैं प्रभु की सेवा करता ही रहा।
रोमियो 11:33
आहा! परमेश्वर का धन और बुद्धि और ज्ञान क्या ही गंभीर है! उसके विचार कैसे अथाह, और उसके मार्ग कैसे अगम हैं!
1 थिस्सलुनीकियों 2:6
और यद्यपि हम मसीह के प्रेरित होने के कारण तुम पर बोझ डाल सकते थे, तौभी हम मनुष्यों से आदर नहीं चाहते थे, और न तुम से, न और किसी से।
1 थिस्सलुनीकियों 2:10
तुम आप ही गवाह हो: और परमेश्वर भी, कि तुम्हारे बीच में जो विश्वास रखते हो हम कैसी पवित्रता और धामिर्कता और निर्दोषता से रहे।
यिर्मयाह 17:16
परन्तु तू मेरा हाल जानता है, मैं ने तेरे पीछे चलते हुए उतावली कर के चरवाहे का काम नहीं छोड़ा; न मैं ने उस आने वाली विपत्ति के दिन की लालसा की है; जो कुछ मैं बोला वह तुझ पर प्रगट था।
भजन संहिता 133:1
देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें!
व्यवस्थाविवरण 17:20
जिस से वह अपने मन में घमण्ड करके अपने भाइयों को तुच्छ न जाने, और इन आज्ञाओं से न तो दाहिने मुड़े और न बाएं; जिस से कि वह और उसके वंश के लोग इस्राएलियों के मध्य बहुत दिनों तक राज्य करते रहें॥
1 शमूएल 16:13
तब शमूएल ने अपना तेल का सींग ले कर उसके भाइयों के मध्य में उसका अभिषेक किया; और उस दिन से ले कर भविष्य को यहोवा का आत्मा दाऊद पर बल से उतरता रहा। तब शमूएल उठ कर रामा को चला गया॥
1 शमूएल 16:18
तब एक जवान ने उत्तर देके कहा, सुन, मैं ने बेतलहमी यिशै के एक पुत्र को देखा जो वीणा बजाना जानता है, और वह वीर योद्धा भी है, और बात करने में बुद्धिमान और रूपवान भी है; और यहोवा उसके साथ रहता है।
1 शमूएल 16:22
तब शाऊल ने यिशै के पास कहला भेजा, कि दाऊद को मेरे साम्हने उपस्थित रहने दे, क्योंकि मैं उस से बहुत प्रसन्न हूं।
1 शमूएल 17:15
और दाऊद बेतलहेम में अपने पिता की भेड़ बकरियां चराने को शाऊल के पास से आया जाया करता था॥
1 शमूएल 17:28
जब दाऊद उन मनुष्यों से बातें कर रहा था, तब उसका बड़ा भाई एलीआब सुन रहा था; और एलीआब दाऊद से बहुत क्रोधित हो कर कहने लगा, तू यहां क्या आया है? और जंगल में उन थोड़ी सी भेड़ बकरियों को तू किस के पास छोड़ आया है? तेरा अभिमान और तेरे मन की बुराई मुझे मालूम है; तू तो लड़ाई देखने के लिये यहां आया है।
1 शमूएल 18:23
तब शाऊल के कर्मचारियों ने दाऊद से ऐसी ही बातें कहीं। परन्तु दाऊद ने कहा, मैं तो निर्धन और तुच्छ मनुष्य हूं, फिर क्या तुम्हारी दृष्टि में राजा का दामाद होना छोटी बात है?
भजन संहिता 78:70
फिर उसने अपने दास दाऊद को चुन कर भेड़शालाओं में से ले लिया;
भजन संहिता 122:1
जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।
भजन संहिता 124:1
इस्राएल यह कहे, कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता,
गिनती 12:3
मूसा तो पृथ्वी भर के रहने वाले मनुष्यों से बहुत अधिक नम्र स्वभाव का था।