Psalm 104:13
तू अपनी अटारियों में से पहाड़ों को सींचता है तेरे कामों के फल से पृथ्वी तृप्त रहती है॥
Psalm 104:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
He watereth the hills from his chambers: the earth is satisfied with the fruit of thy works.
American Standard Version (ASV)
He watereth the mountains from his chambers: The earth is filled with the fruit of thy works.
Bible in Basic English (BBE)
He sends down rain from his store-houses on the hills: the earth is full of the fruit of his works.
Darby English Bible (DBY)
He watereth the mountains from his upper-chambers: the earth is satisfied with the fruit of thy works.
World English Bible (WEB)
He waters the mountains from his chambers. The earth is filled with the fruit of your works.
Young's Literal Translation (YLT)
Watering hills from His upper chambers, From the fruit of Thy works is the earth satisfied.
| He watereth | מַשְׁקֶ֣ה | mašqe | mahsh-KEH |
| the hills | הָ֭רִים | hārîm | HA-reem |
| from his chambers: | מֵעֲלִיּוֹתָ֑יו | mēʿăliyyôtāyw | may-uh-lee-yoh-TAV |
| earth the | מִפְּרִ֥י | mippĕrî | mee-peh-REE |
| is satisfied | מַ֝עֲשֶׂ֗יךָ | maʿăśêkā | MA-uh-SAY-ha |
| with the fruit | תִּשְׂבַּ֥ע | tiśbaʿ | tees-BA |
| of thy works. | הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
Cross Reference
यिर्मयाह 10:13
जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, और पृथ्वी की छोर से वह कुहरे को उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली चमकाता, और अपने भणडार में से पवन चलाता है।
भजन संहिता 147:8
वह आकाश को मेघों से छा देता है, और पृथ्वी के लिये मेंह की तैयारी करता है, और पहाड़ों पर घास उगाता है।
यिर्मयाह 14:22
क्या अन्यजातियों की मूरतों में से कोई वर्षा कर सकता है? क्या आकाश झडिय़ां लगा सकता है? हे हमारे परमेश्वर यहोवा, क्या तू ही इन सब बातों का करने वाला नहीं है? हम तेरा ही आसरा देखते रहेंगे, क्योंकि इन सारी वस्तुओं का सृजनहार तू ही है।
व्यवस्थाविवरण 11:11
परन्तु जिस देश के अधिकारी होने को तुम पार जाने पर हो वह पहाड़ों और तराईयों का देश है, और आकाश की वर्षा के जल से सिंचता है;
प्रेरितों के काम 14:17
तौभी उस ने अपने आप को बे-गवाह न छोड़ा; किन्तु वह भलाई करता रहा, और आकाश से वर्षा और फलवन्त ऋतु देकर, तुम्हारे मन को भोजन और आनन्द से भरता रहा।
मत्ती 5:45
जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे क्योंकि वह भलों और बुरों दोनो पर अपना सूर्य उदय करता है, और धमिर्यों और अधमिर्यों दोनों पर मेंह बरसाता है।
आमोस 9:6
जो आकाश में अपनी कोठरियां बनाता, और अपने आकाशमण्डल की नेव पृथ्वी पर डालता, और समुद्र का जल घरती पर बहा देता है, उसी का नाम यहोवा है॥
भजन संहिता 104:3
जो अपनी अटारियों की कड़ियां जल में धरता है, और मेघों को अपना रथ बनाता है, और पवन के पंखों पर चलता है,
भजन संहिता 65:9
तू भूमि की सुधि लेकर उसको सींचता हैं, तू उसको बहुत फलदायक करता है; परमेश्वर की नहर जल से भरी रहती है; तू पृथ्वी को तैयार करके मनुष्यों के लिये अन्न को तैयार करता है।
अय्यूब 38:37
कौन बुद्धि से बादलों को गिन सकता है? और कौन आकाश के कुप्पों को उण्डेल सकता है,
अय्यूब 38:25
महावृष्टि के लिये किस ने नाला काटा, और कड़कने वाली बिजली के लिये मार्ग बनाया है,