नीतिवचन 5:20
हे मेरे पुत्र, तू अपरिचित स्त्री पर क्यों मोहित हो, और पराई को क्यों छाती से लगाए?
And why | וְלָ֤מָּה | wĕlāmmâ | veh-LA-ma |
son, my thou, wilt | תִשְׁגֶּ֣ה | tišge | teesh-ɡEH |
be ravished | בְנִ֣י | bĕnî | veh-NEE |
woman, strange a with | בְזָרָ֑ה | bĕzārâ | veh-za-RA |
and embrace | וּ֝תְחַבֵּ֗ק | ûtĕḥabbēq | OO-teh-ha-BAKE |
the bosom | חֵ֣ק | ḥēq | hake |
of a stranger? | נָכְרִיָּֽה׃ | nokriyyâ | noke-ree-YA |