नीतिवचन 4:2 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल नीतिवचन नीतिवचन 4 नीतिवचन 4:2

Proverbs 4:2
क्योंकि मैं ने तुम को उत्तम शिक्षा दी है; मेरी शिक्षा को न छोड़ो।

Proverbs 4:1Proverbs 4Proverbs 4:3

Proverbs 4:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
For I give you good doctrine, forsake ye not my law.

American Standard Version (ASV)
For I give you good doctrine; Forsake ye not my law.

Bible in Basic English (BBE)
For I give you good teaching; do not give up the knowledge you are getting from me.

Darby English Bible (DBY)
for I give you good doctrine: forsake ye not my law.

World English Bible (WEB)
For I give you sound learning. Don't forsake my law.

Young's Literal Translation (YLT)
For good learning I have given to you, My law forsake not.

For
כִּ֤יkee
I
give
לֶ֣קַחleqaḥLEH-kahk
you
good
ט֭וֹבṭôbtove
doctrine,
נָתַ֣תִּיnātattîna-TA-tee
forsake
לָכֶ֑םlākemla-HEM
ye
not
תּֽ֝וֹרָתִ֗יtôrātîTOH-ra-TEE
my
law.
אַֽלʾalal
תַּעֲזֹֽבוּ׃taʿăzōbûta-uh-zoh-VOO

Cross Reference

व्यवस्थाविवरण 32:2
मेरा उपदेश मेंह की नाईं बरसेगा और मेरी बातें ओस की नाईं टपकेंगी, जैसे कि हरी घास पर झीसी, और पौधों पर झडिय़ां॥

नीतिवचन 8:6
सुनो, क्योंकि मैं उत्तम बातें कहूंगी, और जब मुंह खोलूंगी, तब उस से सीधी बातें निकलेंगी;

भजन संहिता 89:30
यदि उसके वंश के लोग मेरी व्यवस्था को छोड़ें और मेरे नियमों के अनुसार न चलें,

अय्यूब 33:3
मेरी बातें मेरे मन की सिधाई प्रगट करेंगी; जो ज्ञान मैं रखता हूं उसे खराई के साथ कहूंगा।

तीतुस 1:9
और विश्वासयोग्य वचन पर जो धर्मोपदेश के अनुसार है, स्थिर रहे; कि खरी शिक्षा से उपदेश दे सके; और विवादियों का मुंह भी बन्द कर सके॥

1 तीमुथियुस 4:6
यदि तू भाइयों को इन बातों की सुधि दिलाता रहेगा, तो मसीह यीशु का अच्छा सेवक ठहरेगा: और विश्वास और उस अच्छे उपदेश की बातों से, जा तू मानता आया है, तेरा पालन-पोषण होता रहेगा।

यूहन्ना 7:16
यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, कि मेरा उपदेश मेरा नहीं, परन्तु मेरे भेजने वाले का है।

नीतिवचन 22:20
मैं बहुत दिनों से तेरे हित के उपदेश और ज्ञान की बातें लिखता आया हूं,

भजन संहिता 49:1
हे देश देश के सब लोगों यह सुनो! हे संसार के सब निवासियों, कान लगाओ!

अय्यूब 11:4
तू तो यह कहता है कि मेरा सिद्धान्त शुद्ध है और मैं ईश्वर की दृष्टि में पवित्र हूँ।

2 इतिहास 7:19
परन्तु यदि तुम लोग फिरो, और मेरी विधियों और आज्ञाओं को जो मैं ने तुम को दी हैं त्यागो, और जा कर पराये देवताओं की उपासना करो और उन्हें दण्डवत करो,

1 इतिहास 28:9
और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा।