नीतिवचन 29:26 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल नीतिवचन नीतिवचन 29 नीतिवचन 29:26

Proverbs 29:26
हाकिम से भेंट करना बहुत लोग चाहते हैं, परन्तु मनुष्य का न्याय यहोवा की करता है।

Proverbs 29:25Proverbs 29Proverbs 29:27

Proverbs 29:26 in Other Translations

King James Version (KJV)
Many seek the ruler's favour; but every man's judgment cometh from the LORD.

American Standard Version (ASV)
Many seek the ruler's favor; But a man's judgment `cometh' from Jehovah.

Bible in Basic English (BBE)
The approval of a ruler is desired by great numbers: but the decision in a man's cause comes from the Lord.

Darby English Bible (DBY)
Many seek the ruler's face; but a man's right judgment is from Jehovah.

World English Bible (WEB)
Many seek the ruler's favor, But a man's justice comes from Yahweh.

Young's Literal Translation (YLT)
Many are seeking the face of a ruler, And from Jehovah `is' the judgment of each.

Many
רַ֭בִּיםrabbîmRA-beem
seek
מְבַקְשִׁ֣יםmĕbaqšîmmeh-vahk-SHEEM
the
ruler's
פְּנֵיpĕnêpeh-NAY
favour;
מוֹשֵׁ֑לmôšēlmoh-SHALE
man's
every
but
וּ֝מֵיְהוָ֗הûmêhwâOO-may-h-VA
judgment
מִשְׁפַּטmišpaṭmeesh-PAHT
cometh
from
the
Lord.
אִֽישׁ׃ʾîšeesh

Cross Reference

नीतिवचन 19:6
उदार मनुष्य को बहुत से लोग मना लेते हैं, और दानी पुरूष का मित्र सब कोई बनता है।

भजन संहिता 20:9
हे यहोवा, बचा ले; जिस दिन हम पुकारें तो महाराजा हमें उत्तर दे॥

1 कुरिन्थियों 4:4
क्योंकि मेरा मन मुझे किसी बात में दोषी नहीं ठहराता, परन्तु इस से मैं निर्दोष नहीं ठहरता, क्योंकि मेरा परखने वाला प्रभु है।

दानिय्येल 4:35
पृथ्वी के सब रहने वाले उसके साम्हने तुच्छ गिने जाते हैं, और वह स्वर्ग की सेना और पृथ्वी के रहने वालों के बीच अपनी इच्छा के अनुसार काम करता है; और कोई उसको रोक कर उस से नहीं कह सकता है, तू ने यह क्या किया है?

यशायाह 49:4
तब मैं ने कहा, मैं ने तो व्यर्थ परिश्रम किया, मैं ने व्यर्थ ही अपना बल खो दिया है; तौभी निश्चय मेरा न्याय यहोवा के पास है और मेरे परिश्रम का फल मेरे परमेश्वर के हाथ में है॥

यशायाह 46:9
प्राचीनकाल की बातें स्मरण करो जो आरम्भ ही से है; क्योंकि ईश्वर मैं ही हूं, दूसरा कोई नहीं; मैं ही परमेश्वर हूं और मेरे तुल्य कोई भी नहीं है।

नीतिवचन 21:1
राजा का मन नालियों के जल की नाईं यहोवा के हाथ में रहता है, जिधर वह चाहता उधर उस को फेर देता है।

नीतिवचन 19:21
मनुष्य के मन में बहुत सी कल्पनाएं होती हैं, परन्तु जो युक्ति यहोवा करता है, वही स्थिर रहती है।

नीतिवचन 16:7
जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है, तब वह उसके शत्रुओं का भी उस से मेल कराता है।

भजन संहिता 62:12
और हे प्रभु, करूणा भी तेरी है। क्योंकि तू एक एक जन को उसके काम के अनुसार फल देता है॥

एस्तेर 4:16
कि तू जा कर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर, और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो, तीन दिन रात न तो कुछ खाओ, और न कुछ पीओ। और मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूंगी। और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊंगी; और यदि नाश हो गई तो हो गई।

नहेमायाह 1:11
हे प्रभु बिनती यह है, कि तू अपने दास की प्रार्थना पर, और अपने उन दासों की प्रार्थना पर, जो तेरे नाम का भय मानना चाहते हैं, कान लगा, और आज अपने दास का काम सफल कर, और उस पुरुष को उस पर दयालु कर। (मैं तो राजा का पियाऊ था।)

एज्रा 7:27
धन्य है हमारे पितरों का परमेश्वर यहोवा, जिसने ऐसी मनसा राजा के मन में उत्पन्न की है, कि यहोवा के यरूशलेम के भवन को संवारे,

उत्पत्ति 43:14
और सर्वशक्तिमान ईश्वर उस पुरूष को तुम पर दयालु करेगा, जिस से कि वह तुम्हारे दूसरे भाई को और बिन्यामीन को भी आने दे: और यदि मैं निर्वंश हुआ तो होने दो।