नीतिवचन 13:18 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल नीतिवचन नीतिवचन 13 नीतिवचन 13:18

Proverbs 13:18
जो शिक्षा को सुनी- अनसुनी करता वह निर्धन होता और अपमान पाता है, परन्तु जो डांट को मानता, उसकी महिमा होती है।

Proverbs 13:17Proverbs 13Proverbs 13:19

Proverbs 13:18 in Other Translations

King James Version (KJV)
Poverty and shame shall be to him that refuseth instruction: but he that regardeth reproof shall be honoured.

American Standard Version (ASV)
Poverty and shame `shall be to' him that refuseth correction; But he that regardeth reproof shall be honored.

Bible in Basic English (BBE)
Need and shame will be the fate of him who is uncontrolled by training; but he who takes note of teaching will be honoured.

Darby English Bible (DBY)
Poverty and shame shall be [to] him that refuseth instruction; but he that regardeth reproof shall be honoured.

World English Bible (WEB)
Poverty and shame come to him who refuses discipline, But he who heeds correction shall be honored.

Young's Literal Translation (YLT)
Whoso is refusing instruction -- poverty and shame, And whoso is observing reproof is honoured.

Poverty
רֵ֣ישׁrêšraysh
and
shame
וְ֭קָלוֹןwĕqālônVEH-ka-lone
shall
be
to
him
that
refuseth
פּוֹרֵ֣עַpôrēaʿpoh-RAY-ah
instruction:
מוּסָ֑רmûsārmoo-SAHR
but
he
that
regardeth
וְשֹׁמֵ֖רwĕšōmērveh-shoh-MARE
reproof
תּוֹכַ֣חַתtôkaḥattoh-HA-haht
shall
be
honoured.
יְכֻבָּֽד׃yĕkubbādyeh-hoo-BAHD

Cross Reference

नीतिवचन 15:5
मूढ़ अपने पिता की शिक्षा का तिरस्कार करता है, परन्तु जो डांट को मानता, वह चतुर हो जाता है।

नीतिवचन 15:31
जो जीवनदायी डांट कान लगा कर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है।

नीतिवचन 12:1
जो शिक्षा पाने में प्रीति रखता है वह ज्ञान से प्रीति रखता है, परन्तु जो डांट से बैर रखता, वह पशु सरीखा है।

इब्रानियों 12:25
सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे?

यिर्मयाह 5:3
हे यहोवा, क्या तेरी दृष्टि सच्चाई पर नहीं है? तू ने उन को दु:ख दिया, परन्तु वे शोकित नहीं हुए; तू ने उन को नाश किया, परन्तु उन्होंने ताड़ना से भी नहीं माना। उन्होंने अपना मन चट्टान से भी अधिक कठोर किया है; उन्होंने पश्चात्ताप करने से इनकार किया है।

नीतिवचन 25:12
जैसे सोने का नथ और कुन्दन का जेवर अच्छा लगता है, वैसे ही मानने वाले के कान में बुद्धिमान की डांट भी अच्छी लगती है।

नीतिवचन 19:6
उदार मनुष्य को बहुत से लोग मना लेते हैं, और दानी पुरूष का मित्र सब कोई बनता है।

नीतिवचन 13:13
जो वचन को तुच्छ जानता, वह नाश हो जाता है, परन्तु आज्ञा के डरवैये को अच्छा फल मिलता है।

नीतिवचन 9:9
बुद्धिमान को शिक्षा दे, वह अधिक बुद्धिमान होगा; धर्मी को चिता दे, वह अपनी विद्या बढ़ाएगा।

नीतिवचन 5:9
कहीं ऐसा न हो कि तू अपना यश औरों के हाथ, और अपना जीवन क्रूर जन के वश में कर दे;

भजन संहिता 141:5
धर्मी मुझ को मारे तो यह कृपा मानी जाएगी, और वह मुझे ताड़ना दे, तो यह मेरे सिर पर का तेल ठहरेगा; मेरा सिर उस से इन्कार न करेगा॥ लोगों के बुरे काम करने पर भी मैं प्रार्थना में लवलीन रहूंगा।