नीतिवचन 11:28 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल नीतिवचन नीतिवचन 11 नीतिवचन 11:28

Proverbs 11:28
जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है, परन्तु धर्मी लोग नये पत्ते की नाईं लहलहाते हैं।

Proverbs 11:27Proverbs 11Proverbs 11:29

Proverbs 11:28 in Other Translations

King James Version (KJV)
He that trusteth in his riches shall fall; but the righteous shall flourish as a branch.

American Standard Version (ASV)
He that trusteth in his riches shall fall; But the righteous shall flourish as the green leaf.

Bible in Basic English (BBE)
He who puts his faith in wealth will come to nothing; but the upright man will be full of growth like the green leaf.

Darby English Bible (DBY)
He that trusteth in his riches shall fall; but the righteous shall flourish as a leaf.

World English Bible (WEB)
He who trusts in his riches will fall, But the righteous shall flourish as the green leaf.

Young's Literal Translation (YLT)
Whoso is confident in his wealth he falleth, And as a leaf, the righteous flourish.

He
בּוֹטֵ֣חַbôṭēaḥboh-TAY-ak
that
trusteth
בְּ֭עָשְׁרוֹbĕʿošrôBEH-ohsh-roh
in
his
riches
ה֣וּאhûʾhoo
shall
fall:
יִפּ֑וֹלyippôlYEE-pole
righteous
the
but
וְ֝כֶעָלֶ֗הwĕkeʿāleVEH-heh-ah-LEH
shall
flourish
צַדִּיקִ֥יםṣaddîqîmtsa-dee-KEEM
as
a
branch.
יִפְרָֽחוּ׃yiprāḥûyeef-ra-HOO

Cross Reference

यिर्मयाह 17:8
वह उस वृक्ष के समान होगा जो नदी के तीर पर लगा हो और उसकी जड़ जल के पास फैली हो; जब घाम होगा तब उसको न लगेगा, उसके पत्ते हरे रहेंगे, और सूखे वर्ष में भी उनके विषय में कुछ चिन्ता न होगी, क्योंकि वह तब भी फलता रहेगा।

1 तीमुथियुस 6:17
इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है।

भजन संहिता 1:3
वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥

भजन संहिता 92:12
धर्मी लोग खजूर की नाईं फूले फलेंगे, और लबानोन के देवदार की नाईं बढ़ते रहेंगे।

भजन संहिता 49:6
जो अपनी सम्पत्ति पर भरोसा रखते, और अपने धन की बहुतायत पर फूलते हैं,

अय्यूब 31:24
यदि मैं ने सोने का भरोसा किया होता, वा कुन्दन को अपना आसरा कहा होता,

व्यवस्थाविवरण 8:12
ऐसा न हो कि जब तू खाकर तृप्त हो, और अच्छे अच्छे घर बनाकर उन में रहने लगे,

लूका 12:20
परन्तु परमेश्वर ने उस से कहा; हे मूर्ख, इसी रात तेरा प्राण तुझ से ले लिया जाएगा: तब जो कुछ तू ने इकट्ठा किया है, वह किस का होगा?

मरकुस 10:24
चेले उस की बातों से अचम्भित हुए, इस पर यीशु ने फिर उन को उत्तर दिया, हे बाल को, जो धन पर भरोसा रखते हैं, उन के लिये परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!

यशायाह 60:21
और तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो।

नीतिवचन 10:15
धनी का धन उसका दृढ़ नगर है, परन्तु कंगाल लोग निर्धन होने के कारण विनाश होते हैं।

भजन संहिता 62:10
अन्धेर करने पर भरोसा मत रखो, और लूट पाट करने पर मत फूलो; चाहे धन सम्पति बढ़े, तौभी उस पर मन न लगाना॥

भजन संहिता 52:7
देखो, यह वही पुरूष है जिसने परमेश्वर को अपनी शरण नहीं माना, परन्तु अपने धन की बहुतायत पर भरोसा रखता था, और अपने को दुष्टता में दृढ़ करता रहा!