Philippians 1:20
मैं तो यही हादिर्क लालसा और आशा रखता हूं, कि मैं किसी बात में लज्ज़ित न होऊं, पर जैसे मेरे प्रबल साहस के कारण मसीह की बड़ाई मेरी देह के द्वारा सदा होती रही है, वैसा ही अब भी हो चाहे मैं जीवित रहूं या मर जाऊं।
Philippians 1:20 in Other Translations
King James Version (KJV)
According to my earnest expectation and my hope, that in nothing I shall be ashamed, but that with all boldness, as always, so now also Christ shall be magnified in my body, whether it be by life, or by death.
American Standard Version (ASV)
according to my earnest expectation and hope, that in nothing shall I be put to shame, but `that' with all boldness, as always, `so' now also Christ shall be magnified in my body, whether by life, or by death.
Bible in Basic English (BBE)
In the measure of my strong hope and belief that in nothing will I be put to shame, but that without fear, as at all times, so now will Christ have glory in my body, by life or by death.
Darby English Bible (DBY)
according to my earnest expectation and hope, that in nothing I shall be ashamed, but in all boldness, as always, now also Christ shall be magnified in my body whether by life or by death.
World English Bible (WEB)
according to my earnest expectation and hope, that I will in no way be disappointed, but with all boldness, as always, now also Christ will be magnified in my body, whether by life, or by death.
Young's Literal Translation (YLT)
according to my earnest expectation and hope, that in nothing I shall be ashamed, and in all freedom, as always, also now Christ shall be magnified in my body, whether through life or through death,
| According to | κατὰ | kata | ka-TA |
| my | τὴν | tēn | tane |
| earnest | ἀποκαραδοκίαν | apokaradokian | ah-poh-ka-ra-thoh-KEE-an |
| expectation | καὶ | kai | kay |
| and | ἐλπίδα | elpida | ale-PEE-tha |
| my hope, | μου | mou | moo |
| that | ὅτι | hoti | OH-tee |
| in | ἐν | en | ane |
| nothing | οὐδενὶ | oudeni | oo-thay-NEE |
| I shall be ashamed, | αἰσχυνθήσομαι | aischynthēsomai | ay-skyoon-THAY-soh-may |
| but | ἀλλ' | all | al |
| that with | ἐν | en | ane |
| all | πάσῃ | pasē | PA-say |
| boldness, | παῤῥησίᾳ | parrhēsia | pahr-ray-SEE-ah |
| as | ὡς | hōs | ose |
| always, | πάντοτε | pantote | PAHN-toh-tay |
| so now | καὶ | kai | kay |
| also | νῦν | nyn | nyoon |
| Christ | μεγαλυνθήσεται | megalynthēsetai | may-ga-lyoon-THAY-say-tay |
| magnified be shall | Χριστὸς | christos | hree-STOSE |
| in | ἐν | en | ane |
| my | τῷ | tō | toh |
| σώματί | sōmati | SOH-ma-TEE | |
| body, | μου | mou | moo |
| whether | εἴτε | eite | EE-tay |
| it be by | διὰ | dia | thee-AH |
| life, | ζωῆς | zōēs | zoh-ASE |
| or | εἴτε | eite | EE-tay |
| by | διὰ | dia | thee-AH |
| death. | θανάτου | thanatou | tha-NA-too |
Cross Reference
1 कुरिन्थियों 6:20
क्योंकि दाम देकर मोल लिये गए हो, इसलिये अपनी देह के द्वारा परमेश्वर की महिमा करो॥
रोमियो 8:19
क्योंकि सृष्टि बड़ी आशाभरी दृष्टि से परमेश्वर के पुत्रों के प्रगट होने की बाट जोह रही है।
यशायाह 45:17
परन्तु इस्राएल यहोवा के द्वारा युग युग का उद्धार पाएगा; तुम युग युग वरन अनन्तकाल तक न तो कभी लज्जित और न कभी व्याकुल होगे॥
यशायाह 50:7
क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है, इस कारण मैं ने संकोच नहीं किया; वरन अपना माथा चकमक की नाईं कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा।
यशायाह 54:4
मत डर, क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी; मत घबरा, क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर सियाही न छाएगी; क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी, और, अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी।
रोमियो 5:5
और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है।
1 पतरस 4:16
पर यदि मसीही होने के कारण दुख पाए, तो लज्ज़ित न हो, पर इस बात के लिये परमेश्वर की महिमा करे।
1 यूहन्ना 2:28
निदान, हे बालकों, उस में बने रहो; कि जब वह प्रगट हो, तो हमें हियाव हो, और हम उसके आने पर उसके साम्हने लज्ज़ित न हों।
2 कुरिन्थियों 7:14
क्योंकि यदि मैं ने उसके साम्हने तुम्हारे विषय में कुछ घमण्ड दिखाया, तो लज्ज़ित नहीं हुआ, परन्तु जैसे हम ने तुम से सब बातें सच सच कह दी थीं, वैसे ही हमारा घमण्ड दिखाना तितुस के साम्हने भी सच निकला।
2 कुरिन्थियों 10:8
क्योंकि यदि मैं उस अधिकार के विषय में और भी घमण्ड दिखाऊं, जो प्रभु ने तुम्हारे बिगाड़ने के लिये नहीं पर बनाने के लिये हमें दिया है, तो लज्ज़ित न हूंगा।
इफिसियों 6:19
और मेरे लिये भी, कि मुझे बोलने के समय ऐसा प्रबल वचन दिया जाए, कि मैं हियाव से सुसमाचार का भेद बता सकूं जिस के लिये मैं जंजीर से जकड़ा हुआ राजदूत हूं।
फिलिप्पियों 1:14
और प्रभु में जो भाई हैं, उन में से बहुधा मेरे कैद होने के कारण, हियाव बान्ध कर, परमेश्वर का वचन निधड़क सुनाने का और भी हियाव करते हैं।
फिलिप्पियों 1:23
क्योंकि मैं दोनों के बीच अधर में लटका हूं; जी तो चाहता है कि कूच करके मसीह के पास जा रहूं, क्योंकि यह बहुत ही अच्छा है।
फिलिप्पियों 2:17
और यदि मुझे तुम्हारे विश्वास के बलिदान और सेवा के साथ अपना लोहू भी बहाना पड़े तौभी मैं आनन्दित हूं, और तुम सब के साथ आनन्द करता हूं।
कुलुस्सियों 1:24
अब मैं उन दुखों के कारण आनन्द करता हूं, जो तुम्हारे लिये उठाता हूं, और मसीह के क्लेशों की घटी उस की देह के लिये, अर्थात कलीसिया के लिये, अपने शरीर में पूरी किए देता हूं।
1 थिस्सलुनीकियों 5:23
शान्ति का परमेश्वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से पवित्र करे; और तुम्हारी आत्मा और प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे पूरे और निर्दोष सुरक्षित रहें।
2 तीमुथियुस 4:6
क्योंकि अब मैं अर्घ की नाईं उंडेला जाता हूं, और मेरे कूच का समय आ पहुंचा है।
2 पतरस 1:12
इसलिये यद्यपि तुम ये बातें जानते हो, और जो सत्य वचन तुम्हें मिला है, उस में बने रहते हो, तौभी मैं तुम्हें इन बातों की सुधि दिलाने को सर्वदा तैयार रहूंगा।
2 कुरिन्थियों 5:15
और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा।
2 कुरिन्थियों 4:10
हम यीशु की मृत्यु को अपनी देह में हर समय लिये फिरते हैं; कि यीशु का जीवन भी हमारी देह में प्रगट हो।
भजन संहिता 62:5
हे मेरे मन, परमेश्वर के साम्हने चुपचाप रह, क्योंकि मेरी आशा उसी से है।
भजन संहिता 119:80
मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो, ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े॥
भजन संहिता 119:116
हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूं, और मेरी आशा को न तोड़!
नीतिवचन 10:28
धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है, परन्तु दुष्टों की आशा टूट जाती है।
नीतिवचन 23:18
क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी।
यूहन्ना 12:27
जब मेरा जी व्याकुल हो रहा है। इसलिये अब मैं क्या कहूं? हे पिता, मुझे इस घड़ी से बचा? परन्तु मैं इसी कारण इस घड़ी को पहुंचा हूं।
यूहन्ना 21:19
उस ने इन बातों से पता दिया कि पतरस कैसी मृत्यु से परमेश्वर की महिमा करेगा; और यह कहकर, उस से कहा, मेरे पीछे हो ले।
प्रेरितों के काम 20:24
परन्तु मैं अपने प्राण को कुछ नहीं समझता: कि उसे प्रिय जानूं, वरन यह कि मैं अपनी दौड़ को, और उस सेवाकाई को पूरी करूं, जो मैं ने परमेश्वर के अनुग्रह के सुसमाचार पर गवाही देने के लिये प्रभु यीशु से पाई है।
प्रेरितों के काम 21:13
परन्तु पौलुस ने उत्तर दिया, कि तुम क्या करते हो, कि रो रोकर मेरा मन तोड़ते हो, मैं तो प्रभु यीशु के नाम के लिये यरूशलेम में न केवल बान्धे जाने ही के लिये वरन मरने के लिये भी तैयार हूं।
रोमियो 6:13
और न अपने अंगो को अधर्म के हथियार होने के लिये पाप को सौंपो, पर अपने आप को मरे हुओं में से जी उठा हुआ जानकर परमेश्वर को सौंपो, और अपने अंगो को धर्म के हथियार होने के लिये परमेश्वर को सौंपो।
रोमियो 6:19
मैं तुम्हारी शारीरिक दुर्बलता के कारण मनुष्यों की रीति पर कहता हूं, जैसे तुम ने अपने अंगो को कुकर्म के लिये अशुद्धता और कुकर्म के दास करके सौंपा था, वैसे ही अब अपने अंगों को पवित्रता के लिये धर्म के दास करके सौंप दो।
रोमियो 9:33
जैसा लिखा है; देखो मैं सियोन में एक ठेस लगने का पत्थर, और ठोकर खाने की चट्टान रखता हूं; और जो उस पर विश्वास करेगा, वह लज्ज़ित न होगा॥
रोमियो 12:1
इसलिये हे भाइयों, मैं तुम से परमेश्वर की दया स्मरण दिला कर बिनती करता हूं, कि अपने शरीरों को जीवित, और पवित्र, और परमेश्वर को भावता हुआ बलिदान करके चढ़ाओ: यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है।
रोमियो 14:7
क्योंकि हम में से न तो कोई अपने लिये जीता है, और न कोई अपने लिये मरता है।
1 कुरिन्थियों 7:34
विवाहिता और अविवाहिता में भी भेद है: अविवाहिता प्रभु की चिन्ता में रहती है, कि वह देह और आत्मा दोनों में पवित्र हो, परन्तु विवाहिता संसार की चिन्ता में रहती है, कि अपने पति को प्रसन्न रखे।
1 कुरिन्थियों 15:31
हे भाइयो, मुझे उस घमण्ड की सोंह जो हमारे मसीह यीशु में मैं तुम्हारे विषय में करता हूं, कि मैं प्रति दिन मरता हूं।
2 कुरिन्थियों 2:14
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो मसीह में सदा हम को जय के उत्सव में लिये फिरता है, और अपने ज्ञान का सुगन्ध हमारे द्वारा हर जगह फैलाता है।
भजन संहिता 25:2
हे मेरे परमेश्वर, मैं ने तुझी पर भरोसा रखा है, मुझे लज्जित होने न दे; मेरे शत्रु मुझ पर जयजयकार करने न पाएं।