गिनती 5:2
इस्त्राएलियों को आज्ञा दे, कि वे सब कोढिय़ों को, और जितनों के प्रमेह हो, और जितने लोथ के कारण अशुद्ध हों, उन सभों को छावनी से निकाल दें;
Command | צַ֚ו | ṣǎw | tsahv |
אֶת | ʾet | et | |
the children | בְּנֵ֣י | bĕnê | beh-NAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
out put they that | וִֽישַׁלְּחוּ֙ | wîšallĕḥû | vee-sha-leh-HOO |
of | מִן | min | meen |
the camp | הַֽמַּחֲנֶ֔ה | hammaḥăne | ha-ma-huh-NEH |
every | כָּל | kāl | kahl |
leper, | צָר֖וּעַ | ṣārûaʿ | tsa-ROO-ah |
and every one | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
that hath an issue, | זָ֑ב | zāb | zahv |
whosoever and | וְכֹ֖ל | wĕkōl | veh-HOLE |
is defiled | טָמֵ֥א | ṭāmēʾ | ta-MAY |
by the dead: | לָנָֽפֶשׁ׃ | lānāpeš | la-NA-fesh |
Cross Reference
लैव्यवस्था 13:46
जितने दिन तक वह व्याधि उस में रहे उतने दिन तक वह तो अशुद्ध रहेगा; और वह अशुद्ध ठहरा रहे; इसलिये वह अकेला रहा करे, उसका निवास स्थान छावनी के बाहर हो॥
लैव्यवस्था 21:1
फिर यहोवा ने मूसा से कहा, हारून के पुत्र जो याजक है उन से कह, कि तुम्हारे लोगों में से कोई भी मरे, तो उसके कारण तुम में से कोई अपने को अशुद्ध न करे;
गिनती 9:6
परन्तु कितने लोग किसी मनुष्य की लोथ के द्वारा अशुद्ध होने के कारण उस दिन फसह को न मान सके; वे उसी दिन मूसा और हारून के समीप जा कर मूसा से कहने लगे,
गिनती 12:14
यहोवा ने मूसा से कहा, यदि उसका पिता उसके मुंह पर थूका ही होता, तो क्या सात दिन तक वह लज्जित न रहती? सो वह सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रहे, उसके बाद वह फिर भीतर आने पाए।
गिनती 31:19
और तुम लोग सात दिन तक छावनी के बाहर रहो, और तुम में से जितनों ने किसी प्राणी को घात किया, और जितनों ने किसी मरे हुए को छूआ हो, वे सब अपने अपने बन्धुओं समेत तीसरे और सातवें दिनों में अपने अपने को पाप छुड़ाकर पावन करें।
लैव्यवस्था 15:2
कि इस्त्राएलियों से कहो, कि जिस जिस पुरूष के प्रमेह हो, तो वह प्रमेह के कारण से अशुद्ध ठहरे।
गिनती 19:11
जो किसी मनुष्य की लोथ छूए वह सात दिन तक अशुद्ध रहे;
व्यवस्थाविवरण 24:8
कोढ़ की ब्याधि के विषय में चौकस रहना, और जो कुछ लेवीय याजक तुम्हें सिखाएं उसी के अनुसार यत्न से करने में चौकसी करना; जैसी आज्ञा मैं ने उन को दी है वैसा करने में चौकसी करना।
2 राजा 7:3
और चार कोढ़ी फाटक के बाहर थे; वे आपस में कहने लगे, हम क्यों यहां बैठे बैठे मर जाएं?