Numbers 32:10
इसलिये उस समय यहोवा ने कोप करके यह शपथ खाई कि,
Numbers 32:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the LORD's anger was kindled the same time, and he sware, saying,
American Standard Version (ASV)
And Jehovah's anger was kindled in that day, and he sware, saying,
Bible in Basic English (BBE)
And at that time the Lord was moved to wrath, and made an oath, saying,
Darby English Bible (DBY)
And Jehovah's anger was kindled the same time, and he swore, saying,
Webster's Bible (WBT)
And the LORD'S anger was kindled the same time, and he swore, saying,
World English Bible (WEB)
Yahweh's anger was kindled in that day, and he swore, saying,
Young's Literal Translation (YLT)
and the anger of Jehovah burneth in that day, and He sweareth, saying,
| And the Lord's | וַיִּֽחַר | wayyiḥar | va-YEE-hahr |
| anger | אַ֥ף | ʾap | af |
| was kindled | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| same the | בַּיּ֣וֹם | bayyôm | BA-yome |
| time, | הַה֑וּא | hahûʾ | ha-HOO |
| and he sware, | וַיִּשָּׁבַ֖ע | wayyiššābaʿ | va-yee-sha-VA |
| saying, | לֵאמֹֽר׃ | lēʾmōr | lay-MORE |
Cross Reference
गिनती 14:11
तब यहोवा ने मूसा से कहा, वे लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? और मेरे सब आश्चर्यकर्म देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे?
गिनती 14:21
परन्तु मेरे जीवन की शपथ सचमुच सारी पृथ्वी यहोवा की महिमा से परिपूर्ण हो जाएगी;
गिनती 14:23
इसलिये जिस देश के विषय मैं ने उनके पूर्वजों से शपथ खाई, उसको वे कभी देखने न पाएंगे; अर्थात जितनों ने मेरा अपमान किया है उन में से कोई भी उसे देखने न पाएगा।
गिनती 14:29
तुम्हारी लोथें इसी जंगल में पड़ी रहेंगी; और तुम सब में से बीस वर्ष की वा उससे अधिक अवस्था के जितने गिने गए थे, और मुझ पर बुड़बुड़ाते थे,
व्यवस्थाविवरण 1:34
परन्तु तुम्हारी वे बातें सुनकर यहोवा का कोप भड़क उठा, और उसने यह शपथ खाई,
भजन संहिता 95:11
इस कारण मैं ने क्रोध में आकर शपथ खाई कि ये मेरे विश्राम स्थान में कभी प्रवेश न करने पाएंगे॥
यहेजकेल 20:15
फिर मैं ने जंगल में उन से शपथ खाई कि जो देश मैं ने उन को दे दिया, और जो सब देशों का शिरोमणि है, जिस में दूध और मधु की धराएं बहती हैं, उस में उन्हें न पहुंचाऊंगा,
इब्रानियों 3:8
तो अपने मन को कठोर न करो, जैसा कि क्रोध दिलाने के समय और परीक्षा के दिन जंगल में किया था।