Numbers 24:6
वे तो नालों वा घाटियों की नाईं, और नदी के तट की वाटिकाओं के समान ऐसे फैले हुए हैं, जैसे कि यहोवा के लगाए हुए अगर के वृक्ष, और जल के निकट के देवदारू।
Numbers 24:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
As the valleys are they spread forth, as gardens by the river's side, as the trees of lign aloes which the LORD hath planted, and as cedar trees beside the waters.
American Standard Version (ASV)
As valleys are they spread forth, As gardens by the river-side, As lign-aloes which Jehovah hath planted, As cedar-trees beside the waters.
Bible in Basic English (BBE)
They are stretched out like valleys, like gardens by the riverside, like flowering trees planted by the Lord, like cedar-trees by the waters.
Darby English Bible (DBY)
Like valleys are they spread forth, like gardens by the river side, Like aloe-trees which Jehovah hath planted, like cedars beside the waters.
Webster's Bible (WBT)
As the valleys are they spread forth, as gardens by the river's side, as the trees of lign-aloes which the LORD hath planted, and as cedar-trees beside the waters.
World English Bible (WEB)
As valleys are they spread forth, As gardens by the river-side, As lign-aloes which Yahweh has planted, As cedar trees beside the waters.
Young's Literal Translation (YLT)
As valleys they have been stretched out, As gardens by a river; As aloes Jehovah hath planted, As cedars by waters;
| As the valleys | כִּנְחָלִ֣ים | kinḥālîm | keen-ha-LEEM |
| are they spread forth, | נִטָּ֔יוּ | niṭṭāyû | nee-TA-yoo |
| gardens as | כְּגַנֹּ֖ת | kĕgannōt | keh-ɡa-NOTE |
| by | עֲלֵ֣י | ʿălê | uh-LAY |
| the river's side, | נָהָ֑ר | nāhār | na-HAHR |
| aloes lign of trees the as | כַּֽאֲהָלִים֙ | kaʾăhālîm | ka-uh-ha-LEEM |
| which the Lord | נָטַ֣ע | nāṭaʿ | na-TA |
| planted, hath | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| and as cedar trees | כַּֽאֲרָזִ֖ים | kaʾărāzîm | ka-uh-ra-ZEEM |
| beside | עֲלֵי | ʿălê | uh-LAY |
| the waters. | מָֽיִם׃ | māyim | MA-yeem |
Cross Reference
भजन संहिता 1:3
वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥
भजन संहिता 104:16
यहोवा के वृक्ष तृप्त रहते हैं, अर्थात लबानोन के देवदार जो उसी के लगाए हुए हैं।
योएल 3:18
और उस समय पहाड़ों से नया दाखमधु टपकने लगेगा, और टीलों से दूध बहने लगेगा, और यहूदा देश के सब नाले जल से भर जाएंगे; और यहोवा के भवन में से एक सोता फूट निकलेगा, जिस से शित्तीम का नाम नाला सींचा जाएगा॥
यहेजकेल 47:12
और नदी के दोनों तीरों पर भांति भांति के खाने योग्य फलदाई वृक्ष उपजेंगे, जिनके पत्ते न मुर्झाएंगे और उनका फलना भी कभी बन्द न होगा, क्योंकि नदी का जल पवित्र स्थान से निकला है। उन में महीने महीने, नये नये फल लगेंगे। उनके फल तो खाने के, ओर पत्ते औषधि के काम आएंगे।
यहेजकेल 31:3
देख, अश्शूर तो लबानोन का एक देवदार था जिसकी सुन्दर सुन्दर शाखें, घनी छाया देतीं और बड़ी ऊंची थीं, और उसकी फुनगी बादलों तक पहुंचती थी।
यिर्मयाह 31:12
इसलिये वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे, और यहोवा से अनाज, नया दाखमधु, टटका तेल, भेड़-बकरियां और गाय-बैलों के बच्चे आदि उत्तम उत्तम दान पाने के लिये तांता बान्ध कर चलेंगे; और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा, और वे फिर कभी उदास न होंगे।
यिर्मयाह 17:18
हे यहोवा, मेरी आशा टूटने न दे, मेरे सताने वालों ही की आशा टूटे; उन्हीं को विस्मित कर; परन्तु मुझे निराशा से बचा; उन पर विपत्ति डाल और उन को चकनाचूर कर दे!
यशायाह 58:11
और यहोवा तुझे लगातार लिए चलेगा, और काल के समय तुझे तृप्त और तेरी हड्डियों को हरी भरी करेगा; और तू सींची हुई बारी और ऐसे सोते के समान होगा जिसका जल कभी नहीं सूखता।
यशायाह 41:19
मैं जंगल में देवदार, बबूल, मेंहदी, और जलपाई उगाऊंगा; मैं अराबा में सनौवर, तिधार वृक्ष, और सीधा सनौबर इकट्ठे लगाऊंगा;
श्रेष्ठगीत 6:11
मैं अखरोट की बारी में उत्तर गई, कि तराई के फूल देखूं, और देखूं की दाखलता में कलियें लगीं, और अनारों के फूल खिले कि नहीं।
श्रेष्ठगीत 4:12
मेरी बहिन, मेरी दुल्हिन, किवाड़ लगाई हुई बारी के समान, किवाड़ बन्द किया हुआ सोता, ओर छाप लगाया हुआ झरना है।
भजन संहिता 92:12
धर्मी लोग खजूर की नाईं फूले फलेंगे, और लबानोन के देवदार की नाईं बढ़ते रहेंगे।
भजन संहिता 45:8
तेरे सारे वस्त्र, गन्धरस, अगर, और तेल से सुगन्धित हैं, तू हाथीदांत के मन्दिरों में तार वाले बाजों के कारण आनन्दित हुआ है।
उत्पत्ति 13:10
तब लूत ने आंख उठा कर, यरदन नदी के पास वाली सारी तराई को देखा, कि वह सब सिंची हुई है। जब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नाश न किया था, तब तक सोअर के मार्ग तक वह तराई यहोवा की बाटिका, और मिस्र देश के समान उपजाऊ थी।
उत्पत्ति 2:8
और यहोवा परमेश्वर ने पूर्व की ओर अदन देश में एक वाटिका लगाई; और वहां आदम को जिसे उसने रचा था, रख दिया।