गिनती 15:30
परन्तु क्या देशी क्या परदेशी, जो प्राणी ढिठाई से कुछ करे, वह यहोवा का अनादर करने वाला ठहरेगा, और वह प्राणी अपने लोगों में से नाश किया जाए।
But the soul | וְהַנֶּ֜פֶשׁ | wĕhannepeš | veh-ha-NEH-fesh |
that | אֲשֶֽׁר | ʾăšer | uh-SHER |
doeth | תַּעֲשֶׂ֣ה׀ | taʿăśe | ta-uh-SEH |
presumptuously, ought | בְּיָ֣ד | bĕyād | beh-YAHD |
רָמָ֗ה | rāmâ | ra-MA | |
land, the in born be he whether | מִן | min | meen |
or a stranger, | הָֽאֶזְרָח֙ | hāʾezrāḥ | ha-ez-RAHK |
וּמִן | ûmin | oo-MEEN | |
the same | הַגֵּ֔ר | haggēr | ha-ɡARE |
reproacheth | אֶת | ʾet | et |
יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA | |
Lord; the | ה֣וּא | hûʾ | hoo |
and that | מְגַדֵּ֑ף | mĕgaddēp | meh-ɡa-DAFE |
soul | וְנִכְרְתָ֛ה | wĕnikrĕtâ | veh-neek-reh-TA |
off cut be shall | הַנֶּ֥פֶשׁ | hannepeš | ha-NEH-fesh |
from among | הַהִ֖וא | hahiw | ha-HEEV |
מִקֶּ֥רֶב | miqqereb | mee-KEH-rev | |
his people. | עַמָּֽהּ׃ | ʿammāh | ah-MA |