नहेमायाह 9:37
इसकी उपज से उन राजाओं को जिन्हें तू ने हमारे पापों के कारण हमारे ऊपर ठहराया है, बहुत धन मिलता है; और वे हमारे शरीरों और हमारे पशुओं पर अपनी अपनी इच्छा के अनुसार प्रभुता जताते हैं, इसलिये हम बड़े संकट में पड़े हैं।
Cross Reference
2 शमूएल 18:24
दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था, कि पहरुआ जो फाटक की छत से हो कर शहरपनाह पर चढ़ गया था, उसने आंखें उठा कर क्या देखा, कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है।
1 शमूएल 29:2
तब पलिश्तियों के सरदार अपने अपने सैकड़ोंऔर हजारों समेत आगे बढ़ गए, और सेना के पीछे पीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया।
2 शमूएल 18:1
तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली, और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए।
यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥
And it yieldeth much | וּתְבֽוּאָתָ֣הּ | ûtĕbûʾātāh | oo-teh-voo-ah-TA |
increase | מַרְבָּ֗ה | marbâ | mahr-BA |
kings the unto | לַמְּלָכִ֛ים | lammĕlākîm | la-meh-la-HEEM |
whom | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
set hast thou | נָתַ֥תָּה | nātattâ | na-TA-ta |
over | עָלֵ֖ינוּ | ʿālênû | ah-LAY-noo |
us because of our sins: | בְּחַטֹּאותֵ֑ינוּ | bĕḥaṭṭōwtênû | beh-ha-tove-TAY-noo |
dominion have they also | וְעַ֣ל | wĕʿal | veh-AL |
over | גְּ֠וִיֹּתֵינוּ | gĕwiyyōtênû | ɡEH-vee-yoh-tay-noo |
our bodies, | מֹֽשְׁלִ֤ים | mōšĕlîm | moh-sheh-LEEM |
cattle, our over and | וּבִבְהֶמְתֵּ֙נוּ֙ | ûbibhemtēnû | oo-veev-hem-TAY-NOO |
pleasure, their at | כִּרְצוֹנָ֔ם | kirṣônām | keer-tsoh-NAHM |
and we | וּבְצָרָ֥ה | ûbĕṣārâ | oo-veh-tsa-RA |
are in great | גְדוֹלָ֖ה | gĕdôlâ | ɡeh-doh-LA |
distress. | אֲנָֽחְנוּ׃ | ʾănāḥĕnû | uh-NA-heh-noo |
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2 शमूएल 18:24
दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था, कि पहरुआ जो फाटक की छत से हो कर शहरपनाह पर चढ़ गया था, उसने आंखें उठा कर क्या देखा, कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है।
1 शमूएल 29:2
तब पलिश्तियों के सरदार अपने अपने सैकड़ोंऔर हजारों समेत आगे बढ़ गए, और सेना के पीछे पीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया।
2 शमूएल 18:1
तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली, और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए।
यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥