नहेमायाह 9:35
उन्होंने अपने राज्य में, और उस बड़े कल्याण के समय जो तू ने उन्हें दिया था, और इस लम्बे चौड़े और उपजाऊ देश में तेरी सेवा नहीं की; और न अपने बुरे कामों से पश्चाताप किया।
Cross Reference
2 शमूएल 18:24
दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था, कि पहरुआ जो फाटक की छत से हो कर शहरपनाह पर चढ़ गया था, उसने आंखें उठा कर क्या देखा, कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है।
1 शमूएल 29:2
तब पलिश्तियों के सरदार अपने अपने सैकड़ोंऔर हजारों समेत आगे बढ़ गए, और सेना के पीछे पीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया।
2 शमूएल 18:1
तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली, और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए।
यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥
For they | וְהֵ֣ם | wĕhēm | veh-HAME |
have not | בְּמַלְכוּתָם֩ | bĕmalkûtām | beh-mahl-hoo-TAHM |
served | וּבְטֽוּבְךָ֙ | ûbĕṭûbĕkā | oo-veh-too-veh-HA |
kingdom, their in thee | הָרָ֜ב | hārāb | ha-RAHV |
great thy in and | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
goodness | נָתַ֣תָּ | nātattā | na-TA-ta |
that | לָהֶ֗ם | lāhem | la-HEM |
thou gavest | וּבְאֶ֨רֶץ | ûbĕʾereṣ | oo-veh-EH-rets |
large the in and them, | הָֽרְחָבָ֧ה | hārĕḥābâ | ha-reh-ha-VA |
and fat | וְהַשְּׁמֵנָ֛ה | wĕhaššĕmēnâ | veh-ha-sheh-may-NA |
land | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
which | נָתַ֥תָּ | nātattā | na-TA-ta |
thou gavest | לִפְנֵיהֶ֖ם | lipnêhem | leef-nay-HEM |
before | לֹ֣א | lōʾ | loh |
them, neither | עֲבָד֑וּךָ | ʿăbādûkā | uh-va-DOO-ha |
turned | וְֽלֹא | wĕlōʾ | VEH-loh |
they from their wicked | שָׁ֔בוּ | šābû | SHA-voo |
works. | מִמַּֽעַלְלֵיהֶ֖ם | mimmaʿallêhem | mee-ma-al-lay-HEM |
הָֽרָעִֽים׃ | hārāʿîm | HA-ra-EEM |
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2 शमूएल 18:24
दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था, कि पहरुआ जो फाटक की छत से हो कर शहरपनाह पर चढ़ गया था, उसने आंखें उठा कर क्या देखा, कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है।
1 शमूएल 29:2
तब पलिश्तियों के सरदार अपने अपने सैकड़ोंऔर हजारों समेत आगे बढ़ गए, और सेना के पीछे पीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया।
2 शमूएल 18:1
तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली, और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए।
यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥