नहेमायाह 2:15
तब मैं रात ही रात नाले से हो कर शहरपनाह को देखता हुआ चढ़ गया; फिर घूम कर तराई के फाटक से भीतर आया, और इस प्रकार लौट आया।
Then went I up | וָֽאֱהִ֨י | wāʾĕhî | va-ay-HEE |
עֹלֶ֤ה | ʿōle | oh-LEH | |
night the in | בַנַּ֙חַל֙ | bannaḥal | va-NA-HAHL |
by the brook, | לַ֔יְלָה | laylâ | LA-la |
and viewed | וָֽאֱהִ֥י | wāʾĕhî | va-ay-HEE |
שֹׂבֵ֖ר | śōbēr | soh-VARE | |
wall, the | בַּֽחוֹמָ֑ה | baḥômâ | ba-hoh-MA |
and turned back, | וָֽאָשׁ֗וּב | wāʾāšûb | va-ah-SHOOV |
and entered | וָֽאָב֛וֹא | wāʾābôʾ | va-ah-VOH |
gate the by | בְּשַׁ֥עַר | bĕšaʿar | beh-SHA-ar |
of the valley, | הַגַּ֖יְא | haggay | ha-ɡA |
and so returned. | וָֽאָשֽׁוּב׃ | wāʾāšûb | VA-ah-SHOOV |