नहेमायाह 1:9
परन्तु यदि तुम मेरी ओर फिरो, और मेरी आज्ञाएं मानो, और उन पर चलो, तो चाहे तुम में से निकाले हुए लोग आकाश की छोर में भी हों, तौभी मैं उन को वहां से इकट्ठा कर के उस स्थान में पहुंचाऊंगा, जिसे मैं ने अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है।
But if ye turn | וְשַׁבְתֶּ֣ם | wĕšabtem | veh-shahv-TEM |
unto | אֵלַ֔י | ʾēlay | ay-LAI |
keep and me, | וּשְׁמַרְתֶּם֙ | ûšĕmartem | oo-sheh-mahr-TEM |
my commandments, | מִצְוֹתַ֔י | miṣwōtay | mee-ts-oh-TAI |
and do | וַֽעֲשִׂיתֶ֖ם | waʿăśîtem | va-uh-see-TEM |
though them; | אֹתָ֑ם | ʾōtām | oh-TAHM |
there were | אִם | ʾim | eem |
out cast you of | יִֽהְיֶ֨ה | yihĕye | yee-heh-YEH |
unto the uttermost part | נִֽדַּחֲכֶ֜ם | niddaḥăkem | nee-da-huh-HEM |
heaven, the of | בִּקְצֵ֤ה | biqṣē | beek-TSAY |
yet will I gather | הַשָּׁמַ֙יִם֙ | haššāmayim | ha-sha-MA-YEEM |
thence, from them | מִשָּׁ֣ם | miššām | mee-SHAHM |
and will bring | אֲקַבְּצֵ֔ם | ʾăqabbĕṣēm | uh-ka-beh-TSAME |
unto them | וַהֲבִֽואֹתִים֙ | wahăbiwʾōtîm | va-huh-veev-oh-TEEM |
the place | אֶל | ʾel | el |
that | הַמָּק֔וֹם | hammāqôm | ha-ma-KOME |
chosen have I | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
to set | בָּחַ֔רְתִּי | bāḥartî | ba-HAHR-tee |
לְשַׁכֵּ֥ן | lĕšakkēn | leh-sha-KANE | |
my name | אֶת | ʾet | et |
there. | שְׁמִ֖י | šĕmî | sheh-MEE |
שָֽׁם׃ | šām | shahm |