Micah 6:2
हे पहाड़ों, और हे पृथ्वी की अटल नेव, यहोवा का वादविवाद सुनो, क्योंकि यहोवा का अपनी प्रजा के साथ मुकद्दमा है, और वह इस्राएल से वादविवाद करता है॥
Micah 6:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
Hear ye, O mountains, the LORD's controversy, and ye strong foundations of the earth: for the LORD hath a controversy with his people, and he will plead with Israel.
American Standard Version (ASV)
Hear, O ye mountains, Jehovah's controversy, and ye enduring foundations of the earth; for Jehovah hath a controversy with his people, and he will contend with Israel.
Bible in Basic English (BBE)
Give ear, O you mountains, to the Lord's cause, and take note, you bases of the earth: for the Lord has a cause against his people, and he will take it up with Israel.
Darby English Bible (DBY)
Hear, ye mountains, Jehovah's controversy, and ye, unchanging foundations of the earth; for Jehovah hath a controversy with his people, and he will plead with Israel.
World English Bible (WEB)
Hear, you mountains, Yahweh's controversy, And you enduring foundations of the earth; For Yahweh has a controversy with his people, And he will contend with Israel.
Young's Literal Translation (YLT)
Hear, O mountains, the strife of Jehovah, Ye strong ones -- foundations of earth! For a strife `is' to Jehovah, with His people, And with Israel He doth reason.
| Hear | שִׁמְע֤וּ | šimʿû | sheem-OO |
| ye, O mountains, | הָרִים֙ | hārîm | ha-REEM |
| אֶת | ʾet | et | |
| the Lord's | רִ֣יב | rîb | reev |
| controversy, | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| and ye strong | וְהָאֵתָנִ֖ים | wĕhāʾētānîm | veh-ha-ay-ta-NEEM |
| foundations | מ֣וֹסְדֵי | môsĕdê | MOH-seh-day |
| of the earth: | אָ֑רֶץ | ʾāreṣ | AH-rets |
| for | כִּ֣י | kî | kee |
| the Lord | רִ֤יב | rîb | reev |
| hath a controversy | לַֽיהוָה֙ | layhwāh | lai-VA |
| with | עִם | ʿim | eem |
| people, his | עַמּ֔וֹ | ʿammô | AH-moh |
| and he will plead | וְעִם | wĕʿim | veh-EEM |
| with | יִשְׂרָאֵ֖ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| Israel. | יִתְוַכָּֽח׃ | yitwakkāḥ | yeet-va-KAHK |
Cross Reference
होशे 12:2
यहूदा के साथ भी यहोवा का मुकद्दमा है, और वह याकूब को उसके चालचलन के अनुसार दण्ड देगा; उसके कामों के अनुसार वह उसको बदला देगा।
होशे 4:1
हे इस्राएलियों, यहोवा का वचन सुनो; इस देश के निवासियों के साथ यहोवा का मुकद्दमा है। इस देश में न तो कुछ सच्चाई है, न कुछ करूणा और न कुछ परमेश्वर का ज्ञान ही है।
यशायाह 1:18
यहोवा कहता है, आओ, हम आपस में वादविवाद करें: तुम्हारे पाप चाहे लाल रंग के हों, तौभी वे हिम की नाईं उजले हो जाएंगे; और चाहे अर्गवानी रंग के हों, तौभी वे ऊन के समान श्वेत हो जाएंगे।
भजन संहिता 104:5
तू ने पृथ्वी को उसकी नीव पर स्थिर किया है, ताकि वह कभी न डगमगाए।
2 शमूएल 22:16
तब समुद्र की थाह दिखाई देने लगी, और जगत की नेवें खुल गई, यह तो यहोवा की डांट से, और उसके नथनों की सांस की झोंक से हुआ।
यहेजकेल 20:35
और मैं तुम्हें देश देश के लोगों के जंगल में ले जा कर, वहां आम्हने-साम्हने तुम से मुक़द्दमा लड़ूंगा।
यिर्मयाह 31:37
यहोवा यों भी कहता है, यदि ऊपर से आकाश मापा जाए और नीचे से पृथ्वी की नेव खोद खोदकर पता लगाया जाए, तब ही मैं इस्राएल के सारे वंश को अनके सब पापों के कारण उन से हाथ उठाऊंगा।
यिर्मयाह 25:31
पृथ्वी की छोर लों भी कोलाहल होगा, क्योंकि सब जातियों से यहोवा का मुक़द्दमा है; वह सब मनुष्यों से वादविवाद करेगा, और दुष्टों को तलवार के वश में कर देगा।
यिर्मयाह 2:29
तुम क्यों मुझ से वादविवाद करते हो? तुम सभों ने मुझ से बलवा किया है, यहोवा की यही वाणी है।
यिर्मयाह 2:9
इस कारण यहोवा यह कहता है, मैं फिर तुम से विवाद, और तुम्हारे बेटे और पोतों से भी प्रश्न करूंगा।
यशायाह 43:26
मुझे स्मरण करो, हम आपस में विवाद करें; तू अपनी बात का वर्णन कर जिस से तू निर्दोष ठहरे।
यशायाह 5:3
अब हे यरूशलेम के निवासियों और हे यहूदा के मनुष्यों, मेरे और मेरी दाख की बारी के बीच न्याय करो।
नीतिवचन 8:29
जब उस ने समुद्र का सिवाना ठहराया, कि जल उसकी आज्ञा का उल्लंघन न कर सके, और जब वह पृथ्वी की नेव की डोरी लगाता था,
2 शमूएल 22:8
तब पृथ्वी हिल गई और डोल उठी; और आकाश की नेवें कांपकर बहुत ही हिल गई, क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था।
व्यवस्थाविवरण 32:22
क्योंकि मेरे कोप की आग भड़क उठी है, जो पाताल की तह तक जलती जाएगी, और पृथ्वी अपनी उपज समेत भस्म हो जाएगी, और पहाड़ों की नेवों में भी आग लगा देगी॥