Matthew 15:11
जो मुंह में जाता है, वह मनुष्य को अशुद्ध नहीं करता, पर जो मुंह से निकलता है, वही मनुष्य को अशुद्ध करता है।
Matthew 15:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
Not that which goeth into the mouth defileth a man; but that which cometh out of the mouth, this defileth a man.
American Standard Version (ASV)
Not that which entereth into the mouth defileth the man; but that which proceedeth out of the mouth, this defileth the man.
Bible in Basic English (BBE)
Not that which goes into the mouth makes a man unclean, but that which comes out of the mouth.
Darby English Bible (DBY)
Not what enters into the mouth defiles the man; but what goes forth out of the mouth, this defiles the man.
World English Bible (WEB)
That which enters into the mouth doesn't defile the man; but that which proceeds out of the mouth, this defiles the man."
Young's Literal Translation (YLT)
not that which is coming into the mouth doth defile the man, but that which is coming forth from the mouth, this defileth the man.'
| Not | οὐ | ou | oo |
| τὸ | to | toh | |
| that which goeth | εἰσερχόμενον | eiserchomenon | ees-are-HOH-may-none |
| into | εἰς | eis | ees |
| the | τὸ | to | toh |
| mouth | στόμα | stoma | STOH-ma |
| defileth | κοινοῖ | koinoi | koo-NOO |
| a | τὸν | ton | tone |
| man; | ἄνθρωπον | anthrōpon | AN-throh-pone |
| but | ἀλλὰ | alla | al-LA |
| τὸ | to | toh | |
| that which cometh out | ἐκπορευόμενον | ekporeuomenon | ake-poh-rave-OH-may-none |
| of | ἐκ | ek | ake |
| the | τοῦ | tou | too |
| mouth, | στόματος | stomatos | STOH-ma-tose |
| this | τοῦτο | touto | TOO-toh |
| defileth | κοινοῖ | koinoi | koo-NOO |
| a | τὸν | ton | tone |
| man. | ἄνθρωπον | anthrōpon | AN-throh-pone |
Cross Reference
प्रेरितों के काम 10:14
परन्तु पतरस ने कहा, नहीं प्रभु, कदापि नहीं; क्योंकि मैं ने कभी कोई अपवित्र या अशुद्ध वस्तु नहीं खाई है।
रोमियो 14:14
मैं जानता हूं, और प्रभु यीशु से मुझे निश्चय हुआ है, कि कोई वस्तु अपने आप से अशुद्ध नहीं, परन्तु जो उस को अशुद्ध समझता है, उसके लिये अशुद्ध है।
मरकुस 7:15
ऐसी तो कोई वस्तु नहीं जो मनुष्य में बाहर से समाकर अशुद्ध करे; परन्तु जो वस्तुएं मनुष्य के भीतर से निकलती हैं, वे ही उसे अशुद्ध करती हैं।
भजन संहिता 52:2
तेरी जीभ केवल दुष्टता गढ़ती है; सान धरे हुए अस्तुरे की नाईं वह छल का काम करती है।
भजन संहिता 58:3
दुष्ट लोग जन्मते ही पराए हो जाते हैं, वे पेट से निकलते ही झूठ बोलते हुए भटक जाते हैं।
मत्ती 12:34
हे सांप के बच्चों, तुम बुरे होकर क्योंकर अच्छी बातें कह सकते हो? क्योंकि जो मन में भरा है, वही मुंह पर आता है।
मत्ती 15:18
पर जो कुछ मुंह से निकलता है, वह मन से निकलता है, और वही मनुष्य को अशुद्ध करता है।
लूका 11:38
फरीसी ने यह देखकर अचम्भा दिया कि उस ने भोजन करने से पहिले स्नान नहीं किया।
रोमियो 14:17
क्योंकि परमेश्वर का राज्य खाना पीना नहीं; परन्तु धर्म और मिलाप और वह आनन्द है;
याकूब 3:5
वैसे ही जीभ भी एक छोटा सा अंग है और बड़ी बड़ी डींगे मारती है: देखो, थोड़ी सी आग से कितने बड़े वन में आग लग जाती है।
भजन संहिता 12:2
उन में से प्रत्येक अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है; वे चापलूसी के ओठों से दो रंगी बातें करते हैं॥
भजन संहिता 10:7
उसका मुंह शाप और छल और अन्धेर से भरा है; उत्पात और अनर्थ की बातें उसके मुंह में हैं।
2 पतरस 2:18
वे व्यर्थ घमण्ड की बातें कर करके लुचपन के कामों के द्वारा, उन लोगों को शारीरिक अभिलाषाओं में फंसा लेते हैं, जो भटके हुओं में से अभी निकल ही रहे हैं।
यशायाह 59:3
क्योंकि तुम्हारे हाथ हत्या से और तुम्हारी अंगुलियां अधर्म के कर्मों से अपवित्र हो गईं हैं; तुम्हारे मुंह से तो झूठ और तुम्हारी जीभ से कुटिल बातें निकलती हैं।
यशायाह 59:13
हम ने यहोवा का अपराध किया है, हम उस से मुकर गए और अपने परमेश्वर के पीछे चलना छोड़ दिया, हम अन्धेर करने लगे और उलट फेर की बातें कहीं, हम ने झूठी बातें मन में गढ़ीं और कही भी हैं।
यिर्मयाह 9:3
अपनी अपनी जीभ को वे धनुष की नाईं झूठ बोलने के लिये तैयार करते हैं, और देश में बलवन्त तो हो गए, परन्तु सच्चाई के लिये नहीं; वे बुराई पर बुराई बढ़ाते जाते हैं, और वे मुझ को जानते ही नहीं, यहोवा की यही वाणी है।
प्रेरितों के काम 11:8
मैं ने कहा, नहीं प्रभु, नहीं, क्योंकि कोई अपवित्र था अशुद्ध वस्तु मेरे मुंह में कभी नहीं गई।
रोमियो 3:13
उन का गला खुली हुई कब्र है: उन्होंने अपनी जीभों से छल किया है: उन के होठों में सापों का विष है।
रोमियो 14:20
भोजन के लिये परमेश्वर का काम न बिगाड़: सब कुछ शुद्ध तो है, परन्तु उस मनुष्य के लिये बुरा है, जिस को उस के भोजन करने से ठोकर लगती है।
1 तीमुथियुस 4:4
क्योंकि परमेश्वर की सृजी हुई हर एक वस्तु अच्छी है: और कोई वस्तु अस्वीकार करने के योग्य नहीं; पर यह कि धन्यवाद के साथ खाई जाए।
तीतुस 1:15
शुद्ध लोगों के लिये सब वस्तु शुद्ध हैं, पर अशुद्ध और अविश्वासियों के लिये कुछ भी शुद्ध नहीं: वरन उन की बुद्धि और विवेक दोनों अशुद्ध हैं।
इब्रानियों 13:9
नाना प्रकार के और ऊपक्की उपदेशों से न भरमाए जाओ, क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन खाने की वस्तुओं से जिन से काम रखने वालों को कुछ लाभ न हुआ।
यशायाह 37:23
तू ने किस की नामधराई और निन्दा की है? और तू जो बड़ा बोल बोला और घमण्ड किया है, वह किस के विरुद्ध किया है? इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध!