Matthew 13:45
फिर स्वर्ग का राज्य एक व्यापारी के समान है जो अच्छे मोतियों की खोज में था।
Matthew 13:45 in Other Translations
King James Version (KJV)
Again, the kingdom of heaven is like unto a merchant man, seeking goodly pearls:
American Standard Version (ASV)
Again, the kingdom of heaven is like unto a man that is a merchant seeking goodly pearls:
Bible in Basic English (BBE)
Again, the kingdom of heaven is like a trader searching for beautiful jewels.
Darby English Bible (DBY)
Again, the kingdom of the heavens is like a merchant seeking beautiful pearls;
World English Bible (WEB)
"Again, the Kingdom of Heaven is like a man who is a merchant seeking fine pearls,
Young's Literal Translation (YLT)
`Again, the reign of the heavens is like to a man, a merchant, seeking goodly pearls,
| Again, | Πάλιν | palin | PA-leen |
| the | ὁμοία | homoia | oh-MOO-ah |
| kingdom | ἐστὶν | estin | ay-STEEN |
| ἡ | hē | ay | |
| of heaven | βασιλεία | basileia | va-see-LEE-ah |
| is | τῶν | tōn | tone |
| unto like | οὐρανῶν | ouranōn | oo-ra-NONE |
| a merchant | ἀνθρώπῳ | anthrōpō | an-THROH-poh |
| man, | ἐμπόρῳ | emporō | ame-POH-roh |
| seeking | ζητοῦντι | zētounti | zay-TOON-tee |
| goodly | καλοὺς | kalous | ka-LOOS |
| pearls: | μαργαρίτας· | margaritas | mahr-ga-REE-tahs |
Cross Reference
नीतिवचन 8:18
धन और प्रतिष्ठा मेरे पास है, वरन ठहरने वाला धन और धर्म भी हैं।
मत्ती 22:5
परन्तु वे बेपरवाई करके चल दिए: कोई अपने खेत को, कोई अपने व्यापार को।
मत्ती 16:26
यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे, और अपने प्राण की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा? या मनुष्य अपने प्राण के बदले में क्या देगा?
मत्ती 13:24
उस ने उन्हें एक और दृष्टान्त दिया कि स्वर्ग का राज्य उस मनुष्य के समान है जिस ने अपने खेत में अच्छा बीज बोया।
सभोपदेशक 12:13
सब कुछ सुना गया; अन्त की बात यह है कि परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर; क्योंकि मनुष्य का सम्पूर्ण कर्त्तव्य यही है।
सभोपदेशक 12:8
उपदेशक कहता है, सब व्यर्थ ही व्यर्थ; सब कुछ व्यर्थ है।
सभोपदेशक 2:2
मैं ने हंसी के विषय में कहा, यह तो बावलापन है, और आनन्द के विषय में, उस से क्या प्राप्त होता है?
नीतिवचन 8:10
चान्दी नहीं, मेरी शिक्षा ही को लो, और उत्तम कुन्दन से बढ़ कर ज्ञान को ग्रहण करो।
नीतिवचन 3:13
क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए, और वह मनुष्य जो समझ प्राप्त करे,
भजन संहिता 39:6
सचमुच मनुष्य छाया सा चलता फिरता है; सचमुच वे व्यर्थ घबराते हैं; वह धन का संचय तो करता है परन्तु नहीं जानता कि उसे कौन लेगा!
भजन संहिता 4:6
बहुत से हैं जो कहते हैं, कि कौन हम को कुछ भलाई दिखाएगा? हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका!
अय्यूब 28:18
मूंगे उौर स्फटिकमणि की उसके आगे क्या चर्चा! बुद्धि का मोल माणिक से भी अधिक है।