मत्ती 13:19 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल मत्ती मत्ती 13 मत्ती 13:19

Matthew 13:19
जो कोई राज्य का वचन सुनकर नहीं समझता, उसके मन में जो कुछ बोया गया था, उसे वह दुष्ट आकर छीन ले जाता है; यह वही है, जो मार्ग के किनारे बोया गया था।

Matthew 13:18Matthew 13Matthew 13:20

Matthew 13:19 in Other Translations

King James Version (KJV)
When any one heareth the word of the kingdom, and understandeth it not, then cometh the wicked one, and catcheth away that which was sown in his heart. This is he which received seed by the way side.

American Standard Version (ASV)
When any one heareth the word of the kingdom, and understandeth it not, `then' cometh the evil `one', and snatcheth away that which hath been sown in his heart. This is he that was sown by the way side.

Bible in Basic English (BBE)
When the word of the kingdom comes to anyone, and the sense of it is not clear to him, then the Evil One comes, and quickly takes away that which was put in his heart. He is the seed dropped by the wayside.

Darby English Bible (DBY)
From every one who hears the word of the kingdom and does not understand [it], the wicked one comes and catches away what was sown in his heart: this is he that is sown by the wayside.

World English Bible (WEB)
When anyone hears the word of the Kingdom, and doesn't understand it, the evil one comes, and snatches away that which has been sown in his heart. This is what was sown by the roadside.

Young's Literal Translation (YLT)
Every one hearing the word of the reign, and not understanding -- the evil one doth come, and doth catch that which hath been sown in his heart; this is that sown by the way.

When
any
one
παντὸςpantospahn-TOSE
heareth
ἀκούοντοςakouontosah-KOO-one-tose
the
τὸνtontone
word
λόγονlogonLOH-gone
of
the
τῆςtēstase
kingdom,
βασιλείαςbasileiasva-see-LEE-as
and
καὶkaikay
understandeth
μὴmay
it
not,
συνιέντοςsynientossyoon-ee-ANE-tose
then
cometh
ἔρχεταιerchetaiARE-hay-tay
the
hooh
wicked
πονηρὸςponērospoh-nay-ROSE
one,
and
καὶkaikay
away
catcheth
ἁρπάζειharpazeiahr-PA-zee

τὸtotoh
sown
was
which
that
ἐσπαρμένονesparmenonay-spahr-MAY-none
in
ἐνenane
his
τῇtay

καρδίᾳkardiakahr-THEE-ah
heart.
αὐτοῦautouaf-TOO
This
οὗτόςhoutosOO-TOSE
is
ἐστινestinay-steen
he
which
received
seed
hooh

παρὰparapa-RA
by
τὴνtēntane
the
ὁδὸνhodonoh-THONE
way
side.
σπαρείςspareisspa-REES

Cross Reference

लूका 8:11
दृष्टान्त यह है; बीज तो परमेश्वर का वचन है।

मत्ती 13:38
खेत संसार है, अच्छा बीज राज्य के सन्तान, और जंगली बीज दुष्ट के सन्तान हैं।

इब्रानियों 2:1
इस कारण चाहिए, कि हम उन बातों पर जो हम ने सुनी हैं और भी मन लगाएं, ऐसा न हो कि बहक कर उन से दूर चले जाएं।

मत्ती 4:23
और यीशु सारे गलील में फिरता हुआ उन की सभाओं में उपदेश करता और राज्य का सुसमाचार प्रचार करता, और लोगों की हर प्रकार की बीमारी और दुर्बल्ता को दूर करता रहा।

प्रेरितों के काम 25:19
परन्तु अपने मत के, और यीशु नाम किसी मनुष्य के विषय में जो मर गया था, और पौलुस उस को जीवित बताता था, विवाद करते थे।

प्रेरितों के काम 26:31
और अलग जाकर आपस में कहने लगे, यह मनुष्य ऐसा तो कुछ नहीं करता, जो मृत्यु या बन्धन के योग्य हो।

प्रेरितों के काम 28:23
तब उन्होंने उसके लिये एक दिन ठहराया, और बहुत लोग उसके यहां इकट्ठे हुए, और वह परमेश्वर के राज्य की गवाही देता हुआ, और मूसा की व्यवस्था और भाविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों से यीशु के विषय में समझा समझाकर भोर से सांझ तक वर्णन करता रहा।

रोमियो 1:28
और जब उन्होंने परमेश्वर को पहिचानना न चाहा, इसलिये परमेश्वर ने भी उन्हें उन के निकम्मे मन पर छोड़ दिया; कि वे अनुचित काम करें।

रोमियो 2:8
पर जो विवादी हैं, और सत्य को नहीं मानते, वरन अधर्म को मानते हैं, उन पर क्रोध और कोप पड़ेगा।

रोमियो 14:17
क्योंकि परमेश्वर का राज्य खाना पीना नहीं; परन्तु धर्म और मिलाप और वह आनन्द है;

2 कुरिन्थियों 4:2
परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट करके, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं।

2 थिस्सलुनीकियों 2:12
और जितने लोग सत्य की प्रतीति नहीं करते, वरन अधर्म से प्रसन्न होते हैं, सब दण्ड पाएं॥

1 यूहन्ना 2:13
हे पितरों, मैं तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि जो आदि से है, तुम उसे जानते हो: हे जवानों, मैं तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि तुम ने उस दुष्ट पर जय पाई है: हे लड़कों मैं ने तुम्हें इसलिये लिखा है, कि तुम पिता को जान गए हो।

1 यूहन्ना 3:12
और कैन के समान न बनें, जो उस दुष्ट से था, और जिस ने अपने भाई को घात किया: और उसे किस कारण घात किया? इस कारण कि उसके काम बुरे थे, और उसके भाई के काम धर्म के थे॥

1 यूहन्ना 5:18
हम जानते हैं, कि जो कोई परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है, वह पाप नहीं करता; पर जो परमेश्वर से उत्पन्न हुआ, उसे वह बचाए रखता है: और वह दुष्ट उसे छूने नहीं पाता।

प्रेरितों के काम 24:25
और जब वह धर्म और संयम और आने वाले न्याय की चर्चा करता था, तो फेलिक्स ने भयमान होकर उत्तर दिया, कि अभी तो जा: अवसर पाकर मैं तुझे फिर बुलाऊंगा।

प्रेरितों के काम 20:25
और अब देखो, मैं जानता हूं, कि तुम सब जिनमें मैं परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता फिरा, मेरा मुंह फिर न देखोगे।

प्रेरितों के काम 18:15
परन्तु यदि यह वाद-विवाद शब्दों, और नामों, और तुम्हारे यहां की व्यवस्था के विषय में है, तो तुम ही जानो; क्योंकि मैं इन बातों का न्यायी बनना नहीं चाहता।

नीतिवचन 1:7
यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है; बुद्धि और शिक्षा को मूढ़ ही लोग तुच्छ जानते हैं॥

नीतिवचन 1:20
बुद्धि सड़क में ऊंचे स्वर से बोलती है; और चौकों में प्रचार करती है;

नीतिवचन 2:1
हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचन ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने हृदय में रख छोड़े,

नीतिवचन 17:16
बुद्धि मोल लेने के लिये मूर्ख अपने हाथ में दाम क्यों लिए है? वह उसे चाहता ही नहीं।

नीतिवचन 18:1
जो औरों से अलग हो जाता है, वह अपनी ही इच्छा पूरी करने के लिये ऐसा करता है,

मत्ती 5:37
परन्तु तुम्हारी बात हां की हां, या नहीं की नहीं हो; क्योंकि जो कुछ इस से अधिक होता है वह बुराई से होता है॥

मरकुस 4:15
जो मार्ग के किनारे के हैं जहां वचन बोया जाता है, ये वे हैं, कि जब उन्होंने सुना, तो शैतान तुरन्त आकर वचन को जो उन में बोया गया था, उठा ले जाता है।

लूका 9:2
और उन्हें परमेश्वर के राज्य का प्रचार करने, और बिमारों को अच्छा करने के लिये भेजा।

लूका 10:9
वहां के बीमारों को चंगा करो: और उन से कहो, कि परमेश्वर का राज्य तुम्हारे निकट आ पहुंचा है।

यूहन्ना 3:19
और दंड की आज्ञा का कारण यह है कि ज्योति जगत में आई है, और मनुष्यों ने अन्धकार को ज्योति से अधिक प्रिय जाना क्योंकि उन के काम बुरे थे।

यूहन्ना 8:43
तुम मेरी बात क्यों नहीं समझते? इसलिये कि मेरा वचन सुन नहीं सकते।

यूहन्ना 18:38
पीलातुस ने उस से कहा, सत्य क्या है? और यह कहकर वह फिर यहूदियों के पास निकल गया और उन से कहा, मैं तो उस में कुछ दोष नहीं पाता।

प्रेरितों के काम 17:32
मरे हुओं के पुनरुत्थान की बात सुनकर कितने तो ठट्ठा करने लगे, और कितनों ने कहा, यह बात हम तुझ से फिर कभी सुनेंगे।

1 यूहन्ना 5:20
और यह भी जानते हैं, कि परमेश्वर का पुत्र आ गया है और उस ने हमें समझ दी है, कि हम उस सच्चे को पहचानें, और हम उस में जो सत्य है, अर्थात उसके पुत्र यीशु मसीह में रहते हैं: सच्चा परमेश्वर और अनन्त जीवन यही है।

इफिसियों 3:8
मुझ पर जो सब पवित्र लोगों में से छोटे से भी छोटा हूं, यह अनुग्रह हुआ, कि मैं अन्यजातियों को मसीह के अगम्य धन का सुसमाचार सुनाऊं।