Mark 9:19
यह सुनकर उस ने उन से उत्तर देके कहा: कि हे अविश्वासी लोगों, मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा और कब तक तुम्हारी सहूंगा? उसे मेरे पास लाओ।
Mark 9:19 in Other Translations
King James Version (KJV)
He answereth him, and saith, O faithless generation, how long shall I be with you? how long shall I suffer you? bring him unto me.
American Standard Version (ASV)
And he answereth them and saith, O faithless generation, how long shall I be with you? how long shall I bear with you? bring him unto me.
Bible in Basic English (BBE)
And he said to them in answer, O generation without faith, how long will I have to be with you? how long will I put up with you? let him come to me.
Darby English Bible (DBY)
But he answering them says, O unbelieving generation! how long shall I be with you? how long shall I bear with you? bring him to me.
World English Bible (WEB)
He answered him, "Unbelieving generation, how long shall I be with you? How long shall I bear with you? Bring him to me."
Young's Literal Translation (YLT)
And he answering him, said, `O generation unbelieving, till when shall I be with you? till when shall I suffer you? bring him unto me;'
| He | ὁ | ho | oh |
| answereth | δὲ | de | thay |
| him, | ἀποκριθεὶς | apokritheis | ah-poh-kree-THEES |
| and | αὐτῷ | autō | af-TOH |
| saith, | λέγει | legei | LAY-gee |
| O | Ὦ | ō | oh |
| faithless | γενεὰ | genea | gay-nay-AH |
| generation, | ἄπιστος | apistos | AH-pee-stose |
| how | ἕως | heōs | AY-ose |
| long | πότε | pote | POH-tay |
| be I shall | πρὸς | pros | prose |
| with | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| you? | ἔσομαι | esomai | A-soh-may |
| how | ἕως | heōs | AY-ose |
| long | πότε | pote | POH-tay |
| suffer I shall | ἀνέξομαι | anexomai | ah-NAY-ksoh-may |
| you? | ὑμῶν | hymōn | yoo-MONE |
| bring | φέρετε | pherete | FAY-ray-tay |
| him | αὐτὸν | auton | af-TONE |
| unto | πρός | pros | prose |
| me. | με | me | may |
Cross Reference
यूहन्ना 20:27
तब उस ने थोमा से कहा, अपनी उंगली यहां लाकर मेरे हाथों को देख और अपना हाथ लाकर मेरे पंजर में डाल और अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो।
इब्रानियों 3:10
इस कारण मैं उस समय के लोगों से रूठा रहा, और कहा, कि इन के मन सदा भटकते रहते हैं, और इन्होंने मेरे मार्गों को नहीं पहिचाना।
यूहन्ना 12:27
जब मेरा जी व्याकुल हो रहा है। इसलिये अब मैं क्या कहूं? हे पिता, मुझे इस घड़ी से बचा? परन्तु मैं इसी कारण इस घड़ी को पहुंचा हूं।
लूका 24:25
तब उस ने उन से कहा; हे निर्बुद्धियों, और भविष्यद्वक्ताओं की सब बातों पर विश्वास करने में मन्दमतियों!
लूका 9:41
यीशु न उत्तर दिया, हे अविश्वासी और हठीले लोगो, मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा, और तुम्हारी सहूंगा? अपने पुत्र को यहां ले आ।
मरकुस 16:14
पीछे वह उन ग्यारहों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उन के अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्हों ने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उन की प्रतीति न की थी।
मत्ती 17:17
यीशु ने उत्तर दिया, कि हे अविश्वासी और हठीले लोगों मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा? कब तक तुम्हारी सहूंगा? उसे यहां मेरे पास लाओ।
भजन संहिता 106:21
वे अपने उद्धारकर्ता ईश्वर को भूल गए, जिसने मिस्त्र में बड़े बड़े काम किए थे।
भजन संहिता 78:22
इसलिए कि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं रखा था, न उसकी उद्धार करने की शक्ति पर भरोसा किया।
भजन संहिता 78:6
कि आने वाली पीढ़ी के लोग, अर्थात जो लड़के बाले उत्पन्न होने वाले हैं, वे इन्हे जानें; और अपने अपने लड़के बालों से इनका बखान करने में उद्यत हों, जिस से वे परमेश्वर का आसरा रखें,
व्यवस्थाविवरण 32:20
तब उसने कहा, मैं उन से अपना मुख छिपा लूंगा, और देखूंगा कि उनका अन्त कैसा होगा, क्योंकि इस जाति के लोग बहुत टेढ़े हैं और धोखा देने वाले पुत्र हैं।
गिनती 32:13
सो यहोवा का कोप इस्त्राएलियों पर भड़का, और जब तक उस पीढ़ी के सब लोगों का अन्त न हुआ, जिन्होंने यहोवा के प्रति बुरा किया था, तब तक अर्थात चालीस वर्ष तक वह जंगल में मारे मारे फिराता रहा।
गिनती 14:27
यह बुरी मण्डली मुझ पर बुड़बुड़ाती रहती है, उसको मैं कब तक सहता रहूं? इस्त्राएली जो मुझ पर बुड़बुड़ाते रहते हैं, उनका यह बुड़बुड़ाना मैं ने तो सुना है।
गिनती 14:22
उन सब लोगों ने जिन्होंने मेरी महिमा मिस्र देश में और जंगल में देखी, और मेरे किए हुए आश्चर्यकर्मों को देखने पर भी दस बार मेरी परीक्षा की, और मेरी बातें नहीं मानी,
गिनती 14:11
तब यहोवा ने मूसा से कहा, वे लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? और मेरे सब आश्चर्यकर्म देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे?