Mark 14:21
क्योंकि मनुष्य का पुत्र तो, जैसा उसके विषय में लिखा है, जाता ही है; परन्तु उस मनुष्य पर हाय जिस के द्वारा मनुष्य का पुत्र पकड़वाया जाता है! यदि उस मनुष्य का जन्म ही न होता, तो उसके लिये भला होता॥
Mark 14:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
The Son of man indeed goeth, as it is written of him: but woe to that man by whom the Son of man is betrayed! good were it for that man if he had never been born.
American Standard Version (ASV)
For the Son of man goeth, even as it is written of him: but woe unto that man through whom the Son of man is betrayed! good were it for that man if he had not been born.
Bible in Basic English (BBE)
The Son of man goes, even as the Writings say of him: but cursed is that man through whom the Son of man is given up! It would have been well for that man if he had never been given birth.
Darby English Bible (DBY)
The Son of man goes indeed as it is written concerning him, but woe to that man by whom the Son of man is delivered up; [it were] good for that man if he had not been born.
World English Bible (WEB)
For the Son of Man goes, even as it is written about him, but woe to that man by whom the Son of Man is betrayed! It would be better for that man if he had not been born."
Young's Literal Translation (YLT)
the Son of Man doth indeed go, as it hath been written concerning him, but wo to that man through whom the Son of Man is delivered up; good were it to him if that man had not been born.'
| The | ὁ | ho | oh |
| Son | μὲν | men | mane |
| υἱὸς | huios | yoo-OSE | |
| of man | τοῦ | tou | too |
| indeed | ἀνθρώπου | anthrōpou | an-THROH-poo |
| goeth, | ὑπάγει | hypagei | yoo-PA-gee |
| as | καθὼς | kathōs | ka-THOSE |
| written is it | γέγραπται | gegraptai | GAY-gra-ptay |
| of | περὶ | peri | pay-REE |
| him: | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| but | οὐαὶ | ouai | oo-A |
| woe | δὲ | de | thay |
| that to | τῷ | tō | toh |
| ἀνθρώπῳ | anthrōpō | an-THROH-poh | |
| man | ἐκείνῳ | ekeinō | ake-EE-noh |
| by | δι' | di | thee |
| whom | οὗ | hou | oo |
| the | ὁ | ho | oh |
| Son | υἱὸς | huios | yoo-OSE |
| τοῦ | tou | too | |
| of man | ἀνθρώπου | anthrōpou | an-THROH-poo |
| betrayed! is | παραδίδοται· | paradidotai | pa-ra-THEE-thoh-tay |
| good | καλὸν | kalon | ka-LONE |
| were it | ἦν | ēn | ane |
| that for | αὐτῷ | autō | af-TOH |
| εἰ | ei | ee | |
| man | οὐκ | ouk | ook |
| if | ἐγεννήθη | egennēthē | ay-gane-NAY-thay |
| he | ὁ | ho | oh |
| had never been | ἄνθρωπος | anthrōpos | AN-throh-pose |
| born. | ἐκεῖνος | ekeinos | ake-EE-nose |
Cross Reference
प्रेरितों के काम 13:27
क्योंकि यरूशलेम के रहने वालों और उन के सरदारों ने, न उसे पहचाना, और न भविष्यद्वक्ताओं की बातें समझी; जो हर सब्त के दिन पढ़ी जाती हैं, इसलिये उसे दोषी ठहराकर उन को पूरा किया।
उत्पत्ति 3:15
और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करुंगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।
भजन संहिता 22:1
हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?
यशायाह 52:14
जैसे बहुत से लोग उसे देखकर चकित हुए (क्योंकि उसका रूप यहां तक बिगड़ा हुआ था कि मनुष्या का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी),
यशायाह 53:1
जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?
जकर्याह 13:7
सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, हे तलवार, मेरे ठहराए हुए चरवाहे के विरुद्ध अर्थात जो पुरूष मेरा स्वजाति है, उसके विरुद्ध चल। तू उस चरवाहे को काट, तब भेड़-बकरियां तितर-बितर हो जाएंगी; और बच्चों पर मैं अपने हाथ बढ़ाऊंगा।
यूहन्ना 19:28
इस के बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका; इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कहा, मैं प्यासा हूं।
यूहन्ना 19:36
ये बातें इसलिये हुईं कि पवित्र शास्त्र की यह बात पूरी हो कि उस की कोई हड्डी तोड़ी न जाएगी।
प्रेरितों के काम 2:23
उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वा कर मार डाला।
प्रेरितों के काम 4:27
क्योंकि सचमुच तेरे सेवक यीशु के विरोध में, जिस तू ने अभिषेक किया, हेरोदेस और पुन्तियुस पीलातुस भी अन्य जातियों और इस्त्राएलियों के साथ इस नगर में इकट्ठे हुए।
प्रेरितों के काम 1:25
कि वह इस सेवकाई और प्रेरिताई का पद ले जिसे यहूदा छोड़ कर अपने स्थान को गया।
प्रेरितों के काम 1:16
हे भाइयों, अवश्य था कि पवित्र शास्त्र का वह लेख पूरा हो, जो पवित्र आत्मा ने दाऊद के मुख से यहूदा के विषय में जो यीशु के पकड़ने वालों का अगुवा था, पहिले से कही थीं।
लूका 24:44
फिर उस ने उन से कहा, ये मेरी वे बातें हैं, जो मैं ने तुम्हारे साथ रहते हुए, तुम से कही थीं, कि अवश्य है, कि जितनी बातें मूसा की व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं और भजनों की पुस्तकों में, मेरे विषय में लिखी हैं, सब पूरी हों।
लूका 24:26
क्या अवश्य न था, कि मसीह ये दुख उठाकर अपनी महिमा में प्रवेश करे?
भजन संहिता 69:1
हे परमेश्वर, मेरा उद्धार कर, मैं जल में डूबा जाता हूं।
भजन संहिता 109:6
तू उसको किसी दुष्ट के अधिकार में रख, और कोई विरोधी उसकी दाहिनी ओर खड़ा रहे।
दानिय्येल 9:24
तेरे लोगों और तेरे पवित्र नगर के लिये सत्तर सप्ताह ठहराए गए हैं कि उनके अन्त तक अपराध का होना बन्द हो, और पापों को अन्त और अधर्म का प्रायश्चित्त किया जाए, और युगयुग की धामिर्कता प्रगट होए; और दर्शन की बात पर और भविष्यवाणी पर छाप दी जाए, और परमपवित्र का अभिषेक किया जाए।
दानिय्येल 9:26
और उन बासठ सप्ताहों के बीतने पर अभिषिक्त पुरूष काटा जाएगा: और उसके हाथ कुछ न लगेगा; और आने वाले प्रधान की प्रजा नगर और पवित्रस्थान को नाश तो करेगी। परन्तु उस प्रधान का अन्त ऐसा होगा जैसा बाढ़ से होता है; तौभी उसके अन्त तक लड़ाई होती रहेगी; क्योंकि उसका उजड़ जाना निश्चय ठाना गया है।
मत्ती 18:6
पर जो कोई इन छोटों में से जो मुझ पर विश्वास करते हैं एक को ठोकर खिलाए, उसके लिये भला होता, कि बड़ी चक्की का पाट उसके गले में लटकाया जाता, और वह गहिरे समुद्र में डुबाया जाता।
मत्ती 26:24
मनुष्य का पुत्र तो जैसा उसके विषय में लिखा है, जाता ही है; परन्तु उस मनुष्य के लिये शोक है जिस के द्वारा मनुष्य का पुत्र पकड़वाया जाता है: यदि उस मनुष्य का जन्म न होता, तो उसके लिये भला होता।
मत्ती 26:54
परन्तु पवित्र शास्त्र की वे बातें कि ऐसा ही होना अवश्य है, क्योंकर पूरी होंगी?
मत्ती 26:56
परन्तु यह सब इसलिये हुआ है, कि भविष्यद्वक्ताओं के वचन के पूरे हों: तब सब चेले उसे छोड़कर भाग गए॥
मत्ती 27:3
जब उसके पकड़वाने वाले यहूदा ने देखा कि वह दोषी ठहराया गया है तो वह पछताया और वे तीस चान्दी के सिक्के महायाजकों और पुरनियों के पास फेर लाया।
मरकुस 14:49
मैं तो हर दिन मन्दिर में तुम्हारे साथ रहकर उपदेश दिया करता था, और तब तुम ने मुझे न पकड़ा: परन्तु यह इसलिये हुआ है कि पवित्र शास्त्र की बातें पूरी हों।
लूका 22:22
क्योंकि मनुष्य का पुत्र तो जैसा उसके लिये ठहराया गया जाता ही है, पर हाय उस मनुष्य पर, जिस के द्वारा वह पकड़वाया जाता है!
भजन संहिता 55:15
उन को मृत्यु अचानक आ दबाए; वे जीवित ही अधोलोक में उतर जाएं; क्योंकि उनके घर और मन दोनों में बुराइयां और उत्पात भरा है॥