मलाकी 4:1
क्योंकि देखो, वह धधकते भट्ठे का सा दिन आता है, जब सब अभिमानी और सब दुराचारी लोग अनाज की खूंटी बन जाएंगे; और उस आने वाले दिन में वे ऐसे भस्म हो जाएंगे कि उनका पता तक न रहेगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।
For, | כִּֽי | kî | kee |
behold, | הִנֵּ֤ה | hinnē | hee-NAY |
the day | הַיּוֹם֙ | hayyôm | ha-YOME |
cometh, | בָּ֔א | bāʾ | ba |
burn shall that | בֹּעֵ֖ר | bōʿēr | boh-ARE |
as an oven; | כַּתַּנּ֑וּר | kattannûr | ka-TA-noor |
all and | וְהָי֨וּ | wĕhāyû | veh-ha-YOO |
the proud, | כָל | kāl | hahl |
yea, and all | זֵדִ֜ים | zēdîm | zay-DEEM |
do that | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
wickedly, | עֹשֵׂ֤ה | ʿōśē | oh-SAY |
shall be | רִשְׁעָה֙ | rišʿāh | reesh-AH |
stubble: | קַ֔שׁ | qaš | kahsh |
day the and | וְלִהַ֨ט | wĕlihaṭ | veh-lee-HAHT |
that cometh | אֹתָ֜ם | ʾōtām | oh-TAHM |
up, them burn shall | הַיּ֣וֹם | hayyôm | HA-yome |
הַבָּ֗א | habbāʾ | ha-BA | |
saith | אָמַר֙ | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
hosts, of | צְבָא֔וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
that | אֲשֶׁ֛ר | ʾăšer | uh-SHER |
it shall leave | לֹא | lōʾ | loh |
neither them | יַעֲזֹ֥ב | yaʿăzōb | ya-uh-ZOVE |
root | לָהֶ֖ם | lāhem | la-HEM |
nor branch. | שֹׁ֥רֶשׁ | šōreš | SHOH-resh |
וְעָנָֽף׃ | wĕʿānāp | veh-ah-NAHF |