लैव्यवस्था 25:11
तुम्हारे यहां वह पचासवां वर्ष जुबली का वर्ष कहलाए; उस में तुम न बोना, और जो अपने आप ऊगे उसे भी न काटना, और न बिन छांटी हुई दाखलता की दाखों को तोड़ना।
A jubile | יוֹבֵ֣ל | yôbēl | yoh-VALE |
shall that | הִ֗וא | hiw | heev |
fiftieth | שְׁנַ֛ת | šĕnat | sheh-NAHT |
הַֽחֲמִשִּׁ֥ים | haḥămiššîm | ha-huh-mee-SHEEM | |
year | שָׁנָ֖ה | šānâ | sha-NA |
be | תִּֽהְיֶ֣ה | tihĕye | tee-heh-YEH |
not shall ye you: unto | לָכֶ֑ם | lākem | la-HEM |
sow, | לֹ֣א | lōʾ | loh |
neither | תִזְרָ֔עוּ | tizrāʿû | teez-RA-oo |
reap | וְלֹ֤א | wĕlōʾ | veh-LOH |
that | תִקְצְרוּ֙ | tiqṣĕrû | teek-tseh-ROO |
groweth which | אֶת | ʾet | et |
of itself in it, nor | סְפִיחֶ֔יהָ | sĕpîḥêhā | seh-fee-HAY-ha |
gather | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
it in grapes the | תִבְצְר֖וּ | tibṣĕrû | teev-tseh-ROO |
of thy vine undressed. | אֶת | ʾet | et |
נְזִרֶֽיהָ׃ | nĕzirêhā | neh-zee-RAY-ha |