विलापगीत 2:6
उसने अपना मण्डप बारी के मचान की नाईं अचानक गिरा दिया, अपने मिलापस्थान को उसने नाश किया है; यहोवा ने सिय्योन में नियत पर्व और विश्रामदिन दोनों को भुला दिया है, और अपने भड़के हुए कोप से राजा और याजक दोनों का तिरस्कार किया है।
And away taken violently hath he | וַיַּחְמֹ֤ס | wayyaḥmōs | va-yahk-MOSE |
his tabernacle, | כַּגַּן֙ | kaggan | ka-ɡAHN |
garden: a of were it if as | שֻׂכּ֔וֹ | śukkô | SOO-koh |
he hath destroyed | שִׁחֵ֖ת | šiḥēt | shee-HATE |
assembly: the of places his | מוֹעֲד֑וֹ | môʿădô | moh-uh-DOH |
the Lord | שִׁכַּ֨ח | šikkaḥ | shee-KAHK |
feasts solemn the caused hath | יְהוָ֤ה׀ | yĕhwâ | yeh-VA |
and sabbaths | בְּצִיּוֹן֙ | bĕṣiyyôn | beh-tsee-YONE |
forgotten be to | מוֹעֵ֣ד | môʿēd | moh-ADE |
in Zion, | וְשַׁבָּ֔ת | wĕšabbāt | veh-sha-BAHT |
despised hath and | וַיִּנְאַ֥ץ | wayyinʾaṣ | va-yeen-ATS |
in the indignation | בְּזַֽעַם | bĕzaʿam | beh-ZA-am |
anger his of | אַפּ֖וֹ | ʾappô | AH-poh |
the king | מֶ֥לֶךְ | melek | MEH-lek |
and the priest. | וְכֹהֵֽן׃ | wĕkōhēn | veh-hoh-HANE |