Joshua 7:21
कि जब मुझे लूट में शिनार देश का एक सुन्दर ओढ़ना, और दो सौ शेकेल चांदी, और पचास शेकेल सोने की एक ईंट देख पड़ी, तब मैं ने उनका लालच करके उन्हें रख लिया; वे मेरे डेरे के भीतर भूमि में गड़े हैं, और सब के नीचे चांदी है।
Joshua 7:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
When I saw among the spoils a goodly Babylonish garment, and two hundred shekels of silver, and a wedge of gold of fifty shekels weight, then I coveted them, and took them; and, behold, they are hid in the earth in the midst of my tent, and the silver under it.
American Standard Version (ASV)
when I saw among the spoil a goodly Babylonish mantle, and two hundred shekels of silver, and a wedge of gold of fifty shekels weight, then I coveted them, and took them; and, behold, they are hid in the earth in the midst of my tent, and the silver under it.
Bible in Basic English (BBE)
When I saw among their goods a fair robe of Babylon and two hundred shekels of silver, and a mass of gold, fifty shekels in weight, I was overcome by desire and took them; and they are put away in the earth in my tent, and the silver is under it.
Darby English Bible (DBY)
I saw among the spoils a beautiful mantle of Shinar, and two hundred shekels of silver, and a golden bar of fifty shekels weight, and I coveted them and took them; and behold, they are hid in the earth in the midst of my tent, and the silver under it.
Webster's Bible (WBT)
When I saw among the spoils a goodly Babylonish garment, and two hundred shekels of silver, and a wedge of gold of fifty shekels weight, then I coveted them, and took them, and behold, they are hid in the earth in the midst of my tent, and the silver under it.
World English Bible (WEB)
when I saw among the spoil a goodly Babylonian mantle, and two hundred shekels of silver, and a wedge of gold of fifty shekels weight, then I coveted them, and took them; and, behold, they are hid in the earth in the midst of my tent, and the silver under it.
Young's Literal Translation (YLT)
and I see among the spoil a goodly robe of Shinar, and two hundred shekels of silver, and one wedge of gold, whose weight `is' fifty shekels, and I desire them, and take them; and lo, they `are' hid in the earth, in the midst of my tent, and the silver under it.'
| When I saw | וָאֵ֣רֶאה | wāʾēreʾ | va-A-reh |
| among the spoils | בַשָּׁלָ֡ל | baššālāl | va-sha-LAHL |
| a | אַדֶּ֣רֶת | ʾadderet | ah-DEH-ret |
| goodly | שִׁנְעָר֩ | šinʿār | sheen-AR |
| Babylonish | אַחַ֨ת | ʾaḥat | ah-HAHT |
| garment, | טוֹבָ֜ה | ṭôbâ | toh-VA |
| and two hundred | וּמָאתַ֧יִם | ûmāʾtayim | oo-ma-TA-yeem |
| shekels | שְׁקָלִ֣ים | šĕqālîm | sheh-ka-LEEM |
| of silver, | כֶּ֗סֶף | kesep | KEH-sef |
| and a | וּלְשׁ֨וֹן | ûlĕšôn | oo-leh-SHONE |
| wedge | זָהָ֤ב | zāhāb | za-HAHV |
| gold of | אֶחָד֙ | ʾeḥād | eh-HAHD |
| of fifty | חֲמִשִּׁ֤ים | ḥămiššîm | huh-mee-SHEEM |
| shekels | שְׁקָלִים֙ | šĕqālîm | sheh-ka-LEEM |
| weight, | מִשְׁקָל֔וֹ | mišqālô | meesh-ka-LOH |
| coveted I then | וָֽאֶחְמְדֵ֖ם | wāʾeḥmĕdēm | va-ek-meh-DAME |
| them, and took | וָֽאֶקָּחֵ֑ם | wāʾeqqāḥēm | va-eh-ka-HAME |
| behold, and, them; | וְהִנָּ֨ם | wĕhinnām | veh-hee-NAHM |
| they are hid | טְמוּנִ֥ים | ṭĕmûnîm | teh-moo-NEEM |
| earth the in | בָּאָ֛רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
| in the midst | בְּת֥וֹךְ | bĕtôk | beh-TOKE |
| tent, my of | הָאָֽהֳלִ֖י | hāʾāhŏlî | ha-ah-hoh-LEE |
| and the silver | וְהַכֶּ֥סֶף | wĕhakkesep | veh-ha-KEH-sef |
| under | תַּחְתֶּֽיהָ׃ | taḥtêhā | tahk-TAY-ha |
Cross Reference
1 यूहन्ना 2:15
तुम न तो संसार से और न संसार में की वस्तुओं से प्रेम रखो: यदि कोई संसार से प्रेम रखता है, तो उस में पिता का प्रेम नहीं है।
व्यवस्थाविवरण 7:25
उनके देवताओं की खुदी हुई मूर्तियां तुम आग में जला देना; जो चांदी वा सोना उन पर मढ़ा हो उसका लालच करके न ले लेना, नहीं तो तू उसके कारण फन्दे में फंसेगा; क्योंकि ऐसी वस्तुएं तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं।
भजन संहिता 119:37
मेरी आंखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला।
यशायाह 29:15
हाय उन पर जो अपनी युक्ति को यहोवा से छिपाने का बड़ा यत्न करते, और अपने काम अन्धेरे में कर के कहते हैं, हम को कौन देखता है? हम को कौन जानता है?
लूका 12:15
और उस ने उन से कहा, चौकस रहो, और हर प्रकार के लोभ से अपने आप को बचाए रखो: क्योंकि किसी का जीवन उस की संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता।
याकूब 1:15
फिर अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है और पाप जब बढ़ जाता है तो मृत्यु को उत्पन्न करता है।
2 पतरस 2:15
वे सीधे मार्ग को छोड़कर भटक गए हैं, और बओर के पुत्र बिलाम के मार्ग पर हो लिए हैं; जिस ने अधर्म की मजदूरी को प्रिय जाना।
लूका 12:2
कुछ ढपा नहीं, जो खोला न जाएगा; और न कुछ छिपा है, जो जाना न जाएगा।
रोमियो 7:7
तो हम क्या कहें? क्या व्यवस्था पाप है? कदापि नहीं! वरन बिना व्यवस्था के मैं पाप को नहीं पहिचानता: व्यवस्था यदि न कहती, कि लालच मत कर तो मैं लालच को न जानता।
इफिसियों 5:3
और जैसा पवित्र लोगों के योग्य है, वैसा तुम में व्यभिचार, और किसी प्रकार अशुद्ध काम, या लोभ की चर्चा तक न हो।
इफिसियों 5:5
क्योंकि तुम यह जानते हो, कि किसी व्यभिचारी, या अशुद्ध जन, या लोभी मनुष्य की, जो मूरत पूजने वाले के बराबर है, मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं।
कुलुस्सियों 3:5
इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है।
1 तीमुथियुस 6:9
पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं।
इब्रानियों 13:5
तुम्हारा स्वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उस ने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।
मत्ती 5:28
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि जो कोई किसी स्त्री पर कुदृष्टि डाले वह अपने मन में उस से व्यभिचार कर चुका।
हबक्कूक 2:9
हाय उस पर, जो अपने घर के लिये अन्याय के लाभ का लोभी है ताकि वह अपना घोंसला ऊंचे स्थान में बनाकर विपत्ति से बचे।
उत्पत्ति 6:2
तब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा, कि वे सुन्दर हैं; सो उन्होंने जिस जिस को चाहा उन से ब्याह कर लिया।
उत्पत्ति 10:10
और उसके राज्य का आरम्भ शिनार देश में बाबुल, अक्कद, और कलने हुआ।
निर्गमन 20:17
तू किसी के घर का लालच न करना; न तो किसी की स्त्री का लालच करना, और न किसी के दास-दासी, वा बैल गदहे का, न किसी की किसी वस्तु का लालच करना॥
2 शमूएल 11:2
सांझ के समय दाऊद पलंग पर से उठ कर राजभवन की छत पर टहल रहा था, और छत पर से उसको एक स्त्री, जो अति सुन्दर थी, नहाती हुई देख पड़ी।
2 शमूएल 11:6
तब दाऊद ने योआब के पास कहला भेजा, कि हित्ती ऊरिय्याह को मेरे पास भेज, तब योआब ने ऊरिय्याह को दाऊद के पास भेज दिया।
1 राजा 21:1
नाबोत नाम एक यिज्रेली की एक दाख की बारी शोमरोन के राजा अहाब के राजमन्दिर के पास यिज्रेल में थी।
2 राजा 5:20
वह उसके यहां से थोड़ी दूर जला गया था, कि परमेश्वर के भक्त एलीशा का सेवक गेहजी सोचने लगा, कि मेरे स्वामी ने तो उस अरामी नामान को ऐसा ही छोड़ दिया है कि जो वह ले आया था उसको उसने न लिया, परन्तु यहोवा के जीवन की शपथ मैं उसके पीछे दौड़कर उस से कुछ न कुछ ले लूंगा।
अय्यूब 31:1
मैं ने अपनी आंखों के विषय वाचा बान्धी है, फिर मैं किसी कुंवारी पर क्योंकर आंखें लगाऊं?
नीतिवचन 4:23
सब से अधिक अपने मन की रक्षा कर; क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है।
नीतिवचन 23:31
जब दाखमधु लाल दिखाई देता है, और कटोरे में उसका सुन्दर रंग होता है, और जब वह धार के साथ उण्डेला जाता है, तब उस को न देखना।
नीतिवचन 28:22
लोभी जन धन प्राप्त करने में उतावली करता है, और नहीं जानता कि वह घटी में पड़ेगा।
यशायाह 28:15
तुम ने कहा है कि हम ने मृत्यु से वाचा बान्धी और अधोलोक से प्रतिज्ञा कराई है; इस कारण विपत्ति जब बाढ़ की नाईं बढ़ आए तब हमारे पास न आएगी; क्योंकि हम ने झूठ की शरण ली और मिथ्या की आड़ में छिपे हुए हैं।
मीका 2:1
हाय उन पर, जो बिछौनों पर पड़े हुए बुराइयों की कल्पना करते और दुष्ट कर्म की इच्छा करते हैं, और बलवन्त होने के कारण भोर को दिन निकलते ही वे उसको पूरा करते हैं।
उत्पत्ति 3:6
सो जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा, और देखने में मनभाऊ, और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है, तब उसने उस में से तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।