अय्यूब 32:12
मैं चित्त लगा कर तुम्हारी सुनता रहा। परन्तु किसी ने अय्यूब के पक्ष का खण्डन नहीं किया, और न उसकी बातों का उत्तर दिया।
Yea, I attended | וְעָֽדֵיכֶ֗ם | wĕʿādêkem | veh-ah-day-HEM |
unto | אֶתְבּ֫וֹנָ֥ן | ʾetbônān | et-BOH-NAHN |
behold, and, you, | וְהִנֵּ֤ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
there was none | אֵ֣ין | ʾên | ane |
of | לְאִיּ֣וֹב | lĕʾiyyôb | leh-EE-yove |
you that convinced | מוֹכִ֑יחַ | môkîaḥ | moh-HEE-ak |
Job, | עוֹנֶ֖ה | ʿône | oh-NEH |
or that answered | אֲמָרָ֣יו | ʾămārāyw | uh-ma-RAV |
his words: | מִכֶּֽם׃ | mikkem | mee-KEM |
Cross Reference
अय्यूब 32:3
फिर अय्यूब के तीनों मित्रों के विरुद्ध भी उसका क्रोध इस कारण भड़का, कि वे अय्यूब को उत्तर न दे सके, तौभी उसको दोषी ठहराया।
1 तीमुथियुस 1:7
और व्यवस्थापक तो होना चाहते हैं, पर जो बातें कहते और जिन को दृढ़ता से बोलते हैं, उन को समझते भी नहीं।