अय्यूब 1:11
और उसकी सम्पत्ति देश भर में फैल गई है। परन्तु अब अपना हाथ बढ़ाकर जो कुछ उसका है, उसे छू; तब वह तेरे मुंह पर तेरी निन्दा करेगा।
Cross Reference
अय्यूब 13:2
जो कुछ तुम जानते हो वह मैं भी जानता हूँ; मैं तुम लोगों से कुछ कम नहीं हूँ।
अय्यूब 12:3
परन्तु तुम्हारी नाईं मुझ में भी समझ है, मैं तुम लोगों से कुछ नीचा नहीं हूँ कौन ऐसा है जो ऐसी बातें न जानता हो?
अय्यूब 26:3
निर्बुद्धि मनुष्य को तू ने क्या ही अच्छी सम्मति दी, और अपनी खरी बुद्धि कैसी भली भांति प्रगट की है?
2 कुरिन्थियों 10:7
तुम इन्हीं बातों को देखते हो, जो आंखों के साम्हने हैं, यदि किसी का अपने पर यह भरोसा हो, कि मैं मसीह का हूं, तो वह यह भी जान ले, कि जैसा वह मसीह का है, वैसे ही हम भी हैं।
2 कुरिन्थियों 11:5
मैं तो समझता हूँ, कि मैं किसी बात में बड़े से बड़े प्रेरितों से कम नहीं हूं।
2 कुरिन्थियों 11:21
मेरा कहना अनादर की रीति पर है, मानो कि हम निर्बल से थे; परन्तु जिस किसी बात में कोई हियाव करता है (मैं मूर्खता से कहता हूं) तो मैं भी हियाव करता हूं।
But | וְאוּלָם֙ | wĕʾûlām | veh-oo-LAHM |
put forth | שְֽׁלַֽח | šĕlaḥ | SHEH-LAHK |
thine hand | נָ֣א | nāʾ | na |
now, | יָֽדְךָ֔ | yādĕkā | ya-deh-HA |
and touch | וְגַ֖ע | wĕgaʿ | veh-ɡA |
all | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
that | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
and hath, he | ל֑וֹ | lô | loh |
he will curse | אִם | ʾim | eem |
לֹ֥א | lōʾ | loh | |
thee to | עַל | ʿal | al |
thy face. | פָּנֶ֖יךָ | pānêkā | pa-NAY-ha |
יְבָרֲכֶֽךָּ׃ | yĕbārăkekkā | yeh-va-ruh-HEH-ka |
Cross Reference
अय्यूब 13:2
जो कुछ तुम जानते हो वह मैं भी जानता हूँ; मैं तुम लोगों से कुछ कम नहीं हूँ।
अय्यूब 12:3
परन्तु तुम्हारी नाईं मुझ में भी समझ है, मैं तुम लोगों से कुछ नीचा नहीं हूँ कौन ऐसा है जो ऐसी बातें न जानता हो?
अय्यूब 26:3
निर्बुद्धि मनुष्य को तू ने क्या ही अच्छी सम्मति दी, और अपनी खरी बुद्धि कैसी भली भांति प्रगट की है?
2 कुरिन्थियों 10:7
तुम इन्हीं बातों को देखते हो, जो आंखों के साम्हने हैं, यदि किसी का अपने पर यह भरोसा हो, कि मैं मसीह का हूं, तो वह यह भी जान ले, कि जैसा वह मसीह का है, वैसे ही हम भी हैं।
2 कुरिन्थियों 11:5
मैं तो समझता हूँ, कि मैं किसी बात में बड़े से बड़े प्रेरितों से कम नहीं हूं।
2 कुरिन्थियों 11:21
मेरा कहना अनादर की रीति पर है, मानो कि हम निर्बल से थे; परन्तु जिस किसी बात में कोई हियाव करता है (मैं मूर्खता से कहता हूं) तो मैं भी हियाव करता हूं।