यिर्मयाह 46:10
क्योंकि वह दिन सेनाओं के यहोवा प्रभु के बदला लेने का दिन होगा जिस में वह अपने द्रोहियों से बदला लेगा। सो तलवार खाकर तृप्त होगी, और उनका लोहू पीकर छक जाएगी। क्योंकि, उत्तर के देश में परात महानद के तीर पर, सेनाओं के यहोवा प्रभु का यज्ञ है।
For this | וְֽהַיּ֨וֹם | wĕhayyôm | veh-HA-yome |
is the day | הַה֜וּא | hahûʾ | ha-HOO |
of the Lord | לַאדֹנָ֧י | laʾdōnāy | la-doh-NAI |
God | יְהוִ֣ה | yĕhwi | yeh-VEE |
of hosts, | צְבָא֗וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
a day | י֤וֹם | yôm | yome |
of vengeance, | נְקָמָה֙ | nĕqāmāh | neh-ka-MA |
avenge may he that | לְהִנָּקֵ֣ם | lĕhinnāqēm | leh-hee-na-KAME |
him of his adversaries: | מִצָּרָ֔יו | miṣṣārāyw | mee-tsa-RAV |
sword the and | וְאָכְלָ֥ה | wĕʾoklâ | veh-oke-LA |
shall devour, | חֶ֙רֶב֙ | ḥereb | HEH-REV |
satiate be shall it and | וְשָׂ֣בְעָ֔ה | wĕśābĕʿâ | veh-SA-veh-AH |
and made drunk | וְרָוְתָ֖ה | wĕrowtâ | veh-rove-TA |
blood: their with | מִדָּמָ֑ם | middāmām | mee-da-MAHM |
for | כִּ֣י | kî | kee |
the Lord | זֶ֠בַח | zebaḥ | ZEH-vahk |
God | לַאדֹנָ֨י | laʾdōnāy | la-doh-NAI |
hosts of | יְהוִ֧ה | yĕhwi | yeh-VEE |
hath a sacrifice | צְבָא֛וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
north the in | בְּאֶ֥רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
country | צָפ֖וֹן | ṣāpôn | tsa-FONE |
by | אֶל | ʾel | el |
the river | נְהַר | nĕhar | neh-HAHR |
Euphrates. | פְּרָֽת׃ | pĕrāt | peh-RAHT |