यिर्मयाह 44:8
क्योंकि इस मिस्र देश में जहां तुम परदेशी हो कर रहने के लिये आए हो, तुम अपने कामों के द्वारा, अर्थात दूसरे देवताओं के लिये धूप जला कर मुझे रिस दिलाते हो जिस से तुम नाश हो जाओगे ओर पृथ्वी भर की सब जातियों के लोग तुम्हारी जाति की नामधराई करेंगे और तुम्हारी उपमा देकर शाप दिया करेंगे।
In that ye provoke me unto wrath | לְהַכְעִסֵ֙נִי֙ | lĕhakʿisēniy | leh-hahk-ee-SAY-NEE |
works the with | בְּמַעֲשֵׂ֣י | bĕmaʿăśê | beh-ma-uh-SAY |
of your hands, | יְדֵיכֶ֔ם | yĕdêkem | yeh-day-HEM |
incense burning | לְקַטֵּ֞ר | lĕqaṭṭēr | leh-ka-TARE |
unto other | לֵאלֹהִ֤ים | lēʾlōhîm | lay-loh-HEEM |
gods | אֲחֵרִים֙ | ʾăḥērîm | uh-hay-REEM |
land the in | בְּאֶ֣רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
of Egypt, | מִצְרַ֔יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
whither | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
אַתֶּ֥ם | ʾattem | ah-TEM | |
ye | בָּאִ֖ים | bāʾîm | ba-EEM |
gone be | לָג֣וּר | lāgûr | la-ɡOOR |
to dwell, | שָׁ֑ם | šām | shahm |
that | לְמַ֙עַן֙ | lĕmaʿan | leh-MA-AN |
off, yourselves cut might ye | הַכְרִ֣ית | hakrît | hahk-REET |
and that | לָכֶ֔ם | lākem | la-HEM |
be might ye | וּלְמַ֤עַן | ûlĕmaʿan | oo-leh-MA-an |
a curse | הֱיֽוֹתְכֶם֙ | hĕyôtĕkem | hay-yoh-teh-HEM |
and a reproach | לִקְלָלָ֣ה | liqlālâ | leek-la-LA |
all among | וּלְחֶרְפָּ֔ה | ûlĕḥerpâ | oo-leh-her-PA |
the nations | בְּכֹ֖ל | bĕkōl | beh-HOLE |
of the earth? | גּוֹיֵ֥י | gôyê | ɡoh-YAY |
הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |