यिर्मयाह 34:10
तब सब हाकिमों और सारी प्रजा ने यह प्रण किया कि हम अपने अपने दास-दासियों को स्वतंत्र कर देंगे और फिर उन से अपनी सेवा न कराएंगे; सो उस प्रण के अनुसार उन को स्वतंत्र कर दिया।
Now when all | וַיִּשְׁמְעוּ֩ | wayyišmĕʿû | va-yeesh-meh-OO |
the princes, | כָל | kāl | hahl |
all and | הַשָּׂרִ֨ים | haśśārîm | ha-sa-REEM |
the people, | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
which | הָעָ֜ם | hāʿām | ha-AM |
had entered | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
covenant, the into | בָּ֣אוּ | bāʾû | BA-oo |
heard | בַבְּרִ֗ית | babbĕrît | va-beh-REET |
that every one | לְ֠שַׁלַּח | lĕšallaḥ | LEH-sha-lahk |
let should | אִ֣ישׁ | ʾîš | eesh |
his manservant, | אֶת | ʾet | et |
one every and | עַבְדּ֞וֹ | ʿabdô | av-DOH |
וְאִ֤ישׁ | wĕʾîš | veh-EESH | |
his maidservant, | אֶת | ʾet | et |
go | שִׁפְחָתוֹ֙ | šipḥātô | sheef-ha-TOH |
free, | חָפְשִׁ֔ים | ḥopšîm | hofe-SHEEM |
none that | לְבִלְתִּ֥י | lĕbiltî | leh-veel-TEE |
should serve | עֲבָד | ʿăbād | uh-VAHD |
more, any them of themselves | בָּ֖ם | bām | bahm |
then they obeyed, | ע֑וֹד | ʿôd | ode |
and let them go. | וַֽיִּשְׁמְע֖וּ | wayyišmĕʿû | va-yeesh-meh-OO |
וַיְשַׁלֵּֽחוּ׃ | wayšallēḥû | vai-sha-lay-HOO |