Jeremiah 33:11
इन्हीं में हर्ष और आनन्द का शब्द, दुल्हे-दुल्हिन का शब्द, और इस बात के कहने वालों का शब्द फिर सुनाईं पड़ेगा कि सेनाओं के यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि यहोवा भला है, और उसकी करुणा सदा की है। और यहोवा के भवन में धन्यवादबलि लाने वालों का भी शब्द सुनाईं देगा; क्योंकि मैं इस देश की दशा पहिले की नाईं ज्यों की त्यों कर दूंगा, यहोवा का यही वचन है।
Jeremiah 33:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
The voice of joy, and the voice of gladness, the voice of the bridegroom, and the voice of the bride, the voice of them that shall say, Praise the LORD of hosts: for the LORD is good; for his mercy endureth for ever: and of them that shall bring the sacrifice of praise into the house of the LORD. For I will cause to return the captivity of the land, as at the first, saith the LORD.
American Standard Version (ASV)
the voice of joy and the voice of gladness, the voice of the bridegroom and the voice of the bride, the voice of them that say, Give thanks to Jehovah of hosts, for Jehovah is good, for his lovingkindness `endureth' for ever; `and of them' that bring `sacrifices of' thanksgiving into the house of Jehovah. For I will cause the captivity of the land to return as at the first, saith Jehovah.
Bible in Basic English (BBE)
Happy sounds, the voice of joy, the voice of the newly-married man and the voice of the bride, the voices of those who say, Give praise to the Lord of armies, for the Lord is good, for his mercy is unchanging for ever: the voices of those who go with praise into the house of the Lord. For I will let the land come back to its first condition, says the Lord.
Darby English Bible (DBY)
there shall again be heard the voice of mirth and the voice of joy, the voice of the bridegroom and the voice of the bride, the voice of them that say, Give ye thanks unto Jehovah of hosts; for Jehovah is good, for his loving-kindness [endureth] for ever, -- of them that bring thanksgiving unto the house of Jehovah. For I will turn the captivity of the land as in the beginning, saith Jehovah.
World English Bible (WEB)
the voice of joy and the voice of gladness, the voice of the bridegroom and the voice of the bride, the voice of those who say, Give thanks to Yahweh of Hosts, for Yahweh is good, for his loving kindness endures forever; [and of them] who bring [sacrifices of] thanksgiving into the house of Yahweh. For I will cause the captivity of the land to return as at the first, says Yahweh.
Young's Literal Translation (YLT)
Is a voice of joy and a voice of gladness, Voice of bridegroom, and voice of bride, The voice of those saying, Thank Jehovah of Hosts, for Jehovah `is' good, For His kindness `is' to the age, Who are bringing in thanksgiving to the house of Jehovah, For I turn back the captivity of the land, As at the first, said Jehovah.
| The voice | ק֣וֹל | qôl | kole |
| of joy, | שָׂשׂ֞וֹן | śāśôn | sa-SONE |
| voice the and | וְק֣וֹל | wĕqôl | veh-KOLE |
| of gladness, | שִׂמְחָ֗ה | śimḥâ | seem-HA |
| voice the | ק֣וֹל | qôl | kole |
| of the bridegroom, | חָתָן֮ | ḥātān | ha-TAHN |
| voice the and | וְק֣וֹל | wĕqôl | veh-KOLE |
| of the bride, | כַּלָּה֒ | kallāh | ka-LA |
| voice the | ק֣וֹל | qôl | kole |
| of them that shall say, | אֹמְרִ֡ים | ʾōmĕrîm | oh-meh-REEM |
| Praise | הוֹדוּ֩ | hôdû | hoh-DOO |
| אֶת | ʾet | et | |
| Lord the | יְהוָ֨ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| of hosts: | צְבָא֜וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| Lord the | ט֤וֹב | ṭôb | tove |
| is good; | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| mercy his | לְעוֹלָ֣ם | lĕʿôlām | leh-oh-LAHM |
| endureth for ever: | חַסְדּ֔וֹ | ḥasdô | hahs-DOH |
| bring shall that them of and | מְבִאִ֥ים | mĕbiʾîm | meh-vee-EEM |
| praise of sacrifice the | תּוֹדָ֖ה | tôdâ | toh-DA |
| into the house | בֵּ֣ית | bêt | bate |
| Lord. the of | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| For | כִּֽי | kî | kee |
| return to cause will I | אָשִׁ֧יב | ʾāšîb | ah-SHEEV |
| אֶת | ʾet | et | |
| the captivity | שְׁבוּת | šĕbût | sheh-VOOT |
| land, the of | הָאָ֛רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
| as at the first, | כְּבָרִאשֹׁנָ֖ה | kĕbāriʾšōnâ | keh-va-ree-shoh-NA |
| saith | אָמַ֥ר | ʾāmar | ah-MAHR |
| the Lord. | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |
Cross Reference
1 इतिहास 16:34
यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; उसकी करुणा सदा की है।
भजन संहिता 107:22
और वे धन्यवाद बलि चढ़ाएं, और जयजयकार करते हुए, उसके कामों का वर्णन करें॥
भजन संहिता 107:1
यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!
भजन संहिता 106:1
याह की स्तुति करो! यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!
2 इतिहास 5:13
तो जब तुरहियां बजाने वाले और गाने वाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है, तब यहोवा के भवन मे बादल छा गया,
1 इतिहास 16:8
यहोवा का धन्यवाद करो, उस से प्रार्थना करो; देश देश में उसके कामों का प्रचार करो।
लैव्यवस्था 7:12
यदि वह उसे धन्यवाद के लिये चढ़ाए, तो धन्यवाद-बलि के साथ तेल से सने हुए अखमीरी फुलके, और तेल से चुपड़ी हुई अखमीरी फुलके, और तेल से चुपड़ी हुई अखमीरी रोटियां, और तेल से सने हुए मैदे के फुलके तेल से तर चढ़ाए।
2 इतिहास 7:3
और जब आग गिरी और यहोवा का तेज भवन पर छा गया, तब सब इस्राएली देखते रहे, और फर्श पर झुक कर अपना अपना मुंह भूमि की ओर किए हुए दण्डवत किया, और यों कह कर यहोवा का धन्यवाद किया कि, वह भला है, उसकी करुणा सदा की है।
भजन संहिता 116:17
मैं तुझ को धन्यवाद बलि चढ़ाऊंगा, और यहोवा से प्रार्थना करूंगा।
यशायाह 51:11
सो यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएंगे, और उनके सिरों पर अनन्त आनन्द गूंजता रहेगा; वे हर्ष और आनन्द प्राप्त करेंगे, और शोक और सिसकियों का अन्त हो जाएगा॥
यिर्मयाह 7:34
उस समय मैं ऐसा करूंगा कि यहूदा के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में न तो हर्ष और आनन्द का शब्द सुन पड़ेगा, और न दुल्हे वा दुल्हिन का; क्योंकि देश उजाड़ ही उजाड़ हो जाएगा।
यिर्मयाह 33:7
मैं यहूदा और इस्राएल के बंधुओं को लौटा ले आऊंगा, और उन्हें पहिले की नाईं बसाऊंगा।
इब्रानियों 13:15
इसलिये हम उसके द्वारा स्तुति रूपी बलिदान, अर्थात उन होठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेश्वर के लिये सर्वदा चढ़ाया करें।
प्रकाशित वाक्य 18:23
और दीया का उजाला फिर कभी तुझ में ने चमकेगा और दूल्हे और दुल्हिन का शब्द फिर कभी तुझ में सुनाई न देगा; क्योंकि तेरे व्यापारी पृथ्वी के प्रधान थे, और तेरे टोने से सब जातियां भरमाई गईं थीं।
यूहन्ना 3:29
जिस की दुलहिन है, वही दूल्हा है: परन्तु दूल्हे का मित्र जो खड़ा हुआ उस की सुनता है, दूल्हे के शब्द से बहुत हर्षित होता है; अब मेरा यह हर्ष पूरा हुआ है।
जकर्याह 10:7
एप्रैमी लोग वीर के समान होंगे, और उनका मन ऐसा आनन्दित होगा जैसे दाखमधु से होता है। यह देख कर उनके लड़केबाले आनन्द करेंगे और उनका मन यहोवा के कारण मगन होगा॥
जकर्याह 9:17
उसका क्या ही कुशल, और क्या ही शोभा उसकी होगी! उसके जवान लोग अन्न खाकर, और कुमारियां नया दाखमधु पीकर हृष्टपुष्ट हो जाएंगी॥
जकर्याह 8:19
सेनाओं का यहोवा यों कहता है: चौथे, पांचवें, सातवें और दसवें महीने में जो जो उपवास के दिन होते हैं, वे यहूदा के घराने के लिये हर्ष और आनन्द और उत्सव के पर्वों के दिन हो जाएगें; इसलिये अब तुम सच्चाई और मेल-मिलाप से प्रीति रखो॥
सपन्याह 3:14
हे सिय्योन, ऊंचे स्वर से गा; हे इस्राएल, जयजयकार कर! हे यरूशलेम अपने सम्पूर्ण मन से आनन्द कर, और प्रसन्न हो!
2 इतिहास 29:31
तब हिजकिय्याह कहने लगा, अब तुम ने यहोवा के निमित्त अपना अर्पण किया है; इसलिये समीप आ कर यहोवा के भवन में मेलबलि और धन्यवादबलि पहुंचाओ। तब मण्डली के लोगों ने मेलबलि और धन्यवादबलि पहुंचा दिए, और जितने अपनी इच्छा से देना चाहते थे उन्होंने भी होमबलि पहुंचाए।
एज्रा 3:11
सो वे यह गा गाकर यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, कि वह भला है, और उसकी करुणा इस्राएल पर सदैव बनी है। और जब वे यहोवा की स्तुति करने लगे तब सब लोगों ने यह जान कर कि यहोवा के भवन की नेव अब पड़ रही है, ऊंचे शब्द से जयजयकार किया।
एज्रा 6:22
और अखमीरी रोटी का पर्व सात दिन तक आनन्द के साथ मनाते रहे; क्योंकि यहोवा ने उन्हें आनन्दित किया था, और अश्शूर के राजा का मन उनकी ओर ऐसा फेर दिया कि वह परमेश्वर अर्थात इस्राएल के परमेश्वर के भवन के काम में उनकी सहायता करे।
नहेमायाह 8:12
तब सब लोग खाने, पीने, बैना भेजने और बड़ा आनन्द मनाने को चले गए, क्योंकि जो वचन उन को समझाए गए थे, उन्हें वे समझ गए थे।
नहेमायाह 12:43
उसी दिन लोगों ने बड़े बड़े मेलबलि चढ़ाए, और आनन्द लिया; क्योंकि परमेश्वर ने उन को बहुत ही आनन्दित किया था; स्त्रियों ने और बाल-बच्चों ने भी आनन्द किया। और यरूशलेम के आनन्द की ध्वनि दूर दूर तक फैल गई।
भजन संहिता 100:4
उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
भजन संहिता 118:1
हे जाति जाति के सब लोगों यहोवा की स्तुति करो! हे राज्य राज्य के सब लोगो, उसकी प्रशंसा करो!क्योंकि उसकी करूणा हमारे ऊपर प्रबल हुई है; और यहोवा की सच्चाई सदा की है याह की स्तुति करो! यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!
भजन संहिता 136:1
यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, और उसकी करूणा सदा की है।
यशायाह 12:1
उस दिन तू कहेगा, हे यहोवा, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, क्योंकि यद्यिप तू मुझ पर क्रोधित हुआ था, परन्तु अब तेरा क्रोध शान्त हुआ, और तू ने मुझे शान्ति दी है॥
यशायाह 51:3
यहोवा ने सिय्योन को शान्ति दी है, उसने उसके सब खण्डहरों को शान्ति दी है; वह उसके जंगल को अदन के समान और उस के निर्जल देश को यहोवा की बाटिका के समान बनाएगा; उस में हर्ष और आनन्द और धन्यवाद और भजन गाने का शब्द सुनाई पड़ेगा॥
यशायाह 52:9
हे यरूशलेम के खण्डहरों, एक संग उमंग में आकर जयजयकार करो; क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है, उसने यरूशलेम को छुड़ा लिया है।
यिर्मयाह 16:9
क्योंकि सेनाओं का यहोवा, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है, देख, तुम लोगों के देखते और तुम्हारे ही दिनों में मैं ऐसा करूंगा कि इस स्थान में न तो हर्ष और न आनन्द का शब्द सुनाईं पड़ेगा, न दुल्हे और न दुल्हिन का शब्द।
यिर्मयाह 25:10
और मैं ऐसा करूंगा कि इन में न तो हर्ष और न आनन्द का शब्द सुनाईं पड़ेगा, और न दुल्हे वा दुल्हिन का, और न चक्की का भी शब्द सुनाई पड़ेगा और न इन में दिया जलेगा।
यिर्मयाह 31:12
इसलिये वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे, और यहोवा से अनाज, नया दाखमधु, टटका तेल, भेड़-बकरियां और गाय-बैलों के बच्चे आदि उत्तम उत्तम दान पाने के लिये तांता बान्ध कर चलेंगे; और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा, और वे फिर कभी उदास न होंगे।
यिर्मयाह 33:26
तब ही मैं याकूब के वंश से हाथ उठाऊंगा।,और इब्राहीम, इसहाक और याकूब के वंश पर प्रभुता करने के लिये अपने दास दाऊद के वंश में से किसी को फिर न ठहराऊंगा। परन्तु इसके विपरीत मैं उन पर दया कर के उन को बंधुआई से लौटा लाऊंगा।
योना 2:9
परन्तु मैं ऊंचे शब्द से धन्यवाद कर के तुझे बलिदान चढ़ाऊंगा; जो मन्नत मैं ने मानी, उसको पूरी करूंगा। उद्धार यहोवा ही से होता है।
2 इतिहास 20:21
तब उसने प्रजा के साथ सम्मति कर के कितनों को ठहराया, जो कि पवित्रता से शोभायमान हो कर हथियारबन्दों के आगे आगे चलते हुए यहोवा के गीत गाएं, और यह कहते हुए उसकी स्तुति करें, कि यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि उसकी करुणा सदा की है।