यिर्मयाह 29:28
उसने तो हम लोगों के पास बाबुल में यह कहला भेजा है कि बंधुआई तो बहुत काल तक रहेगी, सो घर बना कर उन में रहो, और बारियां लगा कर उनके फल खाओ।
For | כִּ֣י | kî | kee |
therefore | עַל | ʿal | al |
כֵּ֞ן | kēn | kane | |
he sent | שָׁלַ֥ח | šālaḥ | sha-LAHK |
unto | אֵלֵ֛ינוּ | ʾēlênû | ay-LAY-noo |
Babylon, in us | בָּבֶ֥ל | bābel | ba-VEL |
saying, | לֵאמֹ֖ר | lēʾmōr | lay-MORE |
This | אֲרֻכָּ֣ה | ʾărukkâ | uh-roo-KA |
captivity is long: | הִ֑יא | hîʾ | hee |
build | בְּנ֤וּ | bĕnû | beh-NOO |
houses, ye | בָתִּים֙ | bottîm | voh-TEEM |
and dwell | וְשֵׁ֔בוּ | wĕšēbû | veh-SHAY-voo |
in them; and plant | וְנִטְע֣וּ | wĕniṭʿû | veh-neet-OO |
gardens, | גַנּ֔וֹת | gannôt | ɡA-note |
and eat | וְאִכְל֖וּ | wĕʾiklû | veh-eek-LOO |
אֶת | ʾet | et | |
the fruit | פְּרִיהֶֽן׃ | pĕrîhen | peh-ree-HEN |