Jeremiah 2:6
उन्होंने इतना भी न कहा कि जो हमें मिस्र देश से निकाल ले आया वह यहोवा कहां है? जो हमें जंगल में से ओर रेत और गड़हों से भरे हुए निर्जल और घोर अन्धकार के देश से जिस में हो कर कोई नहीं चलता, और जिस में कोई मनुष्य नहीं रहता, हमें निकाल ले आया।
Jeremiah 2:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
Neither said they, Where is the LORD that brought us up out of the land of Egypt, that led us through the wilderness, through a land of deserts and of pits, through a land of drought, and of the shadow of death, through a land that no man passed through, and where no man dwelt?
American Standard Version (ASV)
Neither said they, Where is Jehovah that brought us up out of the land of Egypt, that led us through the wilderness, through a land of deserts and of pits, through a land of drought and of the shadow of death, through a land that none passed through, and where no man dwelt?
Bible in Basic English (BBE)
And they never said, Where is the Lord, who took us up out of the land of Egypt; who was our guide through the waste of sand, through an unplanted land full of deep holes, through a dry land of deep shade, which no one went through and where no man was living?
Darby English Bible (DBY)
And they said not, Where is Jehovah, that brought us up out of the land of Egypt, that led us in the wilderness, in a land of deserts and of pits, in a land of drought and of the shadow of death, in a land that no one passeth through, and where no man dwelleth?
World English Bible (WEB)
Neither said they, Where is Yahweh who brought us up out of the land of Egypt, who led us through the wilderness, through a land of deserts and of pits, through a land of drought and of the shadow of death, through a land that none passed through, and where no man lived?
Young's Literal Translation (YLT)
And have not said, Where `is' Jehovah, Who bringeth us up out of the land of Egypt, Who leadeth us in a wilderness, In a land of deserts and pits, In a dry land, and of death-shade, In a land -- none hath passed through it, Nor dwelt hath man there?'
| Neither | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| said | אָמְר֔וּ | ʾomrû | ome-ROO |
| they, Where | אַיֵּ֣ה | ʾayyē | ah-YAY |
| is the Lord | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| up us brought that | הַמַּעֲלֶ֥ה | hammaʿăle | ha-ma-uh-LEH |
| אֹתָ֖נוּ | ʾōtānû | oh-TA-noo | |
| land the of out | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
| of Egypt, | מִצְרָ֑יִם | miṣrāyim | meets-RA-yeem |
| that led | הַמּוֹלִ֨יךְ | hammôlîk | ha-moh-LEEK |
| wilderness, the through us | אֹתָ֜נוּ | ʾōtānû | oh-TA-noo |
| through a land | בַּמִּדְבָּ֗ר | bammidbār | ba-meed-BAHR |
| deserts of | בְּאֶ֨רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
| and of pits, | עֲרָבָ֤ה | ʿărābâ | uh-ra-VA |
| land a through | וְשׁוּחָה֙ | wĕšûḥāh | veh-shoo-HA |
| of drought, | בְּאֶ֙רֶץ֙ | bĕʾereṣ | beh-EH-RETS |
| death, of shadow the of and | צִיָּ֣ה | ṣiyyâ | tsee-YA |
| through a land | וְצַלְמָ֔וֶת | wĕṣalmāwet | veh-tsahl-MA-vet |
| that no | בְּאֶ֗רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
| man | לֹֽא | lōʾ | loh |
| passed through, | עָ֤בַר | ʿābar | AH-vahr |
| and where | בָּהּ֙ | bāh | ba |
| no | אִ֔ישׁ | ʾîš | eesh |
| man | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| dwelt? | יָשַׁ֥ב | yāšab | ya-SHAHV |
| אָדָ֖ם | ʾādām | ah-DAHM | |
| שָֽׁם׃ | šām | shahm |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 32:10
उसने उसको जंगल में, और सुनसान और गरजने वालों से भरी हुई मरूभूमि में पाया; उसने उसके चंहु ओर रहकर उसकी रक्षा की, और अपनी आंख की पुतली की नाईं उसकी सुधि रखी॥
होशे 13:4
मिस्र देश ही से मैं यहोवा, तेरा परमेश्वर हूं; तू मुझे छोड़ किसी को परमेश्वर कर के न जानना; क्योंकि मेरे सिवा कोई तेरा उद्धारकर्ता नहीं हैं।
यशायाह 63:11
तब उसके लोगों को उनके प्राचीन दिन अर्थात मूसा के दिन स्मरण आए, वे कहने लगे कि जो अपनी भेड़ों को उनके चरवाहे समेत समुद्र में से निकाल लाया वह कहां है? जिसने उनके बीच अपना पवित्र आत्मा डाला, वह कहां है?
व्यवस्थाविवरण 8:14
तब तेरे मन में अहंकार समा जाए, और तू अपने परमेश्वर यहोवा को भूल जाए, जो तुझ को दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है,
मत्ती 4:16
जो लोग अन्धकार में बैठे थे उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; और जो मृत्यु के देश और छाया में बैठे थे, उन पर ज्योति चमकी॥
होशे 12:13
एक भविष्यद्वक्ता के द्वारा यहोवा इस्राएल को मिस्र से निकाल ले आया, और भविष्यद्वक्ता ही के द्वारा उसकी रक्षा हुई।
यिर्मयाह 5:2
यद्यपि उसके निवासी यहोवा के जीवन की शपथ भी खाएं, तौभी निश्चय वे झूठी शपथ खाते हैं।
यिर्मयाह 2:8
याजकों ने भी नहीं पूछा कि यहोवा कहां है; जो व्यवस्था सिखाते थे वे भी मुझ को न जानते थे; चरवाहों ने भी मुझ से बलवा किया; भविष्यद्वक्ताओं ने बाल देवता के नाम से भविष्यद्वाणी की और निष्फल बातों के पीछे चले।
यिर्मयाह 2:2
और यरूशलेम में पुकार कर यह सुना दे, यहोवा यह कहता है, तेरी जवानी का स्नेह और तेरे विवाह के समय का प्रेम मुझे स्मरण आता है कि तू कैसे जंगल में मेरे पीछे पीछे चली जहां भूमि जोती-बोई न गई थी।
यशायाह 64:7
कोई भी तुझ से प्रार्थना नहीं करता, न कोई तुझ से सहायता लेने के लिये चौकसी करता है कि तुझ से लिपटा रहे; क्योंकि हमारे अधर्म के कामों के कारण तू ने हम से अपना मुंह छिपा लिया है, और हमें हमारी बुराइयों के वश में छोड़ दिया है॥
यशायाह 63:9
उनके सारे संकट में उसने भी कष्ट उठाया, और उसके सम्मुख रहने वाले दूत ने उनका उद्धार किया; प्रेम और कोमलता से उसने आप ही उन को छुड़ाया; उसने उन्हें उठाया और प्राचीनकाल से सदा उन्हें लिए फिरा।
भजन संहिता 77:5
मैंने प्राचीन काल के दिनों को, और युग युग के वर्षों को सोचा है।
भजन संहिता 23:4
चाहे मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में होकर चलूं, तौभी हानि से न डरूंगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है॥
अय्यूब 35:10
तौभी कोई यह नहीं कहता, कि मेरा सृजने वाला ईश्वर कहां है, जो रात में भी गीत गवाता है,
अय्यूब 10:21
इस से पहिले कि मैं वहां जाऊं, जहां से फिर न लौटूंगा, अर्थात अन्धियारे और घोर अन्धकार के देश में, जहां अन्धकार ही अन्धकार है;
अय्यूब 3:5
अन्धियारा और मृत्यु की छाया उस पर रहे। बादल उस पर छाए रहें; और दिन को अन्धेरा कर देने वाली चीज़ें उसे डराएं।
2 राजा 2:14
और उसने एलिय्याह की वह चद्दर जो उस पर से गिरी थी, पकड़ कर जल पर मारी और कहा, एलिय्याह का परमेश्वर यहोवा कहां है? जब उसने जल पर मारा, तब वह इधर उधर दो भाग हो गया और एलीशा पार हो गया।
न्यायियों 6:13
गिदोन ने उस से कहा, हे मेरे प्रभु, बिनती सुन, यदि यहोवा हमारे संग होता, तो हम पर यह सब विपत्ति क्यों पड़ती? और जितने आश्चर्यकर्मों का वर्णन हमारे पुरखा यह कहकर करते थे, कि क्या यहोवा हम को मिस्र से छुड़ा नहीं लाया, वे कहां रहे? अब तो यहोवा ने हम को त्याग दिया, और मिद्यानियों के हाथ कर दिया है।
निर्गमन 14:1
यहोवा ने मूसा से कहा,