यिर्मयाह 2:3
इस्राएल, यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली अपज थी। उसे खाने वाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
Israel | קֹ֤דֶשׁ | qōdeš | KOH-desh |
was holiness | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
unto the Lord, | לַיהוָ֔ה | layhwâ | lai-VA |
firstfruits the and | רֵאשִׁ֖ית | rēʾšît | ray-SHEET |
of his increase: | תְּבוּאָתֹ֑ה | tĕbûʾātō | teh-voo-ah-TOH |
all | כָּל | kāl | kahl |
devour that | אֹכְלָ֣יו | ʾōkĕlāyw | oh-heh-LAV |
him shall offend; | יֶאְשָׁ֔מוּ | yeʾšāmû | yeh-SHA-moo |
evil | רָעָ֛ה | rāʿâ | ra-AH |
come shall | תָּבֹ֥א | tābōʾ | ta-VOH |
upon | אֲלֵיהֶ֖ם | ʾălêhem | uh-lay-HEM |
them, saith | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
the Lord. | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |