यिर्मयाह 15:10
हे मेरी माता, मुझ पर हाथ, कि तू ने मुझ ऐसे मनुष्य को उत्पन्न किया जो संसार भर से झगड़ा और वादविवाद करने वाला ठहरा है! न तो मैं ने व्याज के लिये रुपये दिए, और न किसी से उधार लिए हैं, तौभी लोग मुझे कोसते हैं।
Woe | אֽוֹי | ʾôy | oy |
is me, my mother, | לִ֣י | lî | lee |
that | אִמִּ֔י | ʾimmî | ee-MEE |
thou hast borne | כִּ֣י | kî | kee |
man a me | יְלִדְתִּ֗נִי | yĕlidtinî | yeh-leed-TEE-nee |
of strife | אִ֥ישׁ | ʾîš | eesh |
man a and | רִ֛יב | rîb | reev |
of contention | וְאִ֥ישׁ | wĕʾîš | veh-EESH |
to the whole | מָד֖וֹן | mādôn | ma-DONE |
earth! | לְכָל | lĕkāl | leh-HAHL |
I have neither | הָאָ֑רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
usury, on lent | לֹֽא | lōʾ | loh |
nor | נָשִׁ֥יתִי | nāšîtî | na-SHEE-tee |
usury; on me to lent have men | וְלֹא | wĕlōʾ | veh-LOH |
one every yet | נָֽשׁוּ | nāšû | na-SHOO |
of them doth curse | בִ֖י | bî | vee |
me. | כֻּלֹּ֥ה | kullō | koo-LOH |
מְקַלְלַֽונִי׃ | mĕqallǎwnî | meh-kahl-LAHV-nee |