Jeremiah 12:11
उन्होंने उसको उजाड़ दिया; वह उजड़ कर मेरे साम्हने विलाप कर रहा है। सारा देश उजड़ गया है, तौभी कोई नहीं सोचता।
Jeremiah 12:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
They have made it desolate, and being desolate it mourneth unto me; the whole land is made desolate, because no man layeth it to heart.
American Standard Version (ASV)
They have made it a desolation; it mourneth unto me, being desolate; the whole land is made desolate, because no man layeth it to heart.
Bible in Basic English (BBE)
They have made it waste; it is weeping to me, being wasted; all the land is made waste, because no man takes it to heart.
Darby English Bible (DBY)
they have made it a desolation; desolate, it mourneth unto me: the whole land is made desolate, for no man layeth it to heart.
World English Bible (WEB)
They have made it a desolation; it mourns to me, being desolate; the whole land is made desolate, because no man lays it to heart.
Young's Literal Translation (YLT)
He hath made it become a desolation, The desolation hath mourned unto Me, Desolated hath been all the land, But there is no one laying it to heart.
| They have made | שָׂמָהּ֙ | śāmāh | sa-MA |
| it desolate, | לִשְׁמָמָ֔ה | lišmāmâ | leesh-ma-MA |
| mourneth it desolate being and | אָבְלָ֥ה | ʾoblâ | ove-LA |
| unto me; | עָלַ֖י | ʿālay | ah-LAI |
| whole the | שְׁמֵמָ֑ה | šĕmēmâ | sheh-may-MA |
| land | נָשַׁ֙מָּה֙ | nāšammāh | na-SHA-MA |
| is made | כָּל | kāl | kahl |
| desolate, | הָאָ֔רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
| because | כִּ֛י | kî | kee |
| no | אֵ֥ין | ʾên | ane |
| man | אִ֖ישׁ | ʾîš | eesh |
| layeth | שָׂ֥ם | śām | sahm |
| it to | עַל | ʿal | al |
| heart. | לֵֽב׃ | lēb | lave |
Cross Reference
यशायाह 42:25
इस कारण उस पर उसने अपने क्रोध की आग भड़काई और युद्ध का बल चलाना; और यद्यिप आग उसके चारों ओर लग गई, तौभी वह न समझा; वह जल भी गया, तौभी न चेता॥
यिर्मयाह 23:10
क्योंकि यह देश व्यभिचारियों से भरा है; इस पर ऐसा शाप पड़ा है कि यह विलाप कर रहा है; वन की चराइयां भी सूख गई। लोग बड़ी दौड़ तो दौड़ते हैं, परन्तु बुराई ही की ओर; और वीरता तो करते हैं, परन्तु अन्याय ही के साथ।
यिर्मयाह 14:2
यहूदा विलाप करता और फाटकों में लोग शोक का पहिरावा पहिने हुए भूमि पर उदास बैठे हैं; और यरूशलेम की चिल्लाहट आकाश तक पहुंच गई है।
मलाकी 2:2
यदि तुम इसे न सुनो, और मन लगा कर मेरे नाम का आदर न करो, तो सेनाओं का यहोवा यों कहता है कि मैं तुम को शाप दूंगा, और जो वस्तुएं मेरी आशीष से तुम्हें मिलीं हैं, उन पर मेरा शाप पड़ेगा, वरन तुम जो मन नहीं लगाते हो इस कारण मेरा शाप उन पर पड़ चुका है।
जकर्याह 7:5
सब साधारण लोगों से और याजकों से कह, कि जब तुम इन सत्तर वर्षों के बीच पांचवें और सातवें महीनों में उपवास और विलाप करते थे, तब क्या तुम सचमुच मेरे ही लिये उपवास करते थे?
विलापगीत 1:1
जो नगरी लोगों से भरपूर थी वह अब कैसी अकेली बैठी हुई है! वह क्यों एक विधवा के समान बन गई? वह जो जातियों की दृष्टि में महान और प्रान्तों में रानी थी, अब क्यों कर देने वाली हो गई है।
यिर्मयाह 19:8
और मैं इस नगर को ऐसा उजाड़ दूंगा कि लोग इसे देख कर डरेंगे; जो कोई इसके पास से हो कर जाए वह इसकी सब विपत्तियों के कारण चकित होगा और घबराएगा।
यिर्मयाह 12:4
कब तक देश विलाप करता रहेगा, और सारे मैदान की घास सूखी रहेगी? देश के निवासियों की बुराई के कारण पशु-पक्षी सब नाश हो गए हैं, क्योंकि उन लोगों ने कहा, वह हमारे अन्त को न देखेगा।
यिर्मयाह 10:25
जो जाति तुझे नहीं जानती, और जो तुझ से प्रार्थना नहीं करते, उन्हीं पर अपनी जलजलाहट उण्डेल; क्योंकि उन्होंने याकूब को निगल लिया, वरन, उसे खाकर अन्त कर दिया है, और उसके निवास स्थान को उजाड़ दिया है।
यिर्मयाह 10:22
सुन, एक शब्द सुनाई देता है! देख, वह आ रहा है! उत्तर दिशा से बड़ा हुल्लड़ मच रहा है ताकि यहूदा के नगरों को उजाड़ कर गीदड़ों का स्थान बना दे।
यिर्मयाह 9:11
मैं यरूशलेम को डीह ही डीह कर के गीदड़ों का स्थान बनाऊंगा; और यहूदा के नगरों को ऐसा उजाड़ दूंगा कि उन में कोई न बसेगा।
यिर्मयाह 6:8
हे यरूशलेम, ताड़ना से ही मान ले, नहीं तो तू मेरे मन से भी उतर जाएगी; और, मैं तुझ को उजाड़कर निर्जन कर डालूंगा।
यशायाह 57:1
धर्मी जन नाश होता है, और कोई इस बात की चिन्ता नहीं करता; भक्त मनुष्य उठा लिए जाते हैं, परन्तु कोई नहीं सोचता। धर्मी जन इसलिये उठा लिया गया कि आने वाली आपत्ति से बच जाए,
सभोपदेशक 7:2
जेवनार के घर जाने से शोक ही के घर जाना उत्तम है; क्योंकि सब मनुष्यों का अन्त यही है, और जो जीवित है वह मन लगाकर इस पर सोचेगा।