Jeremiah 10:14
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित हैं; अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण सब सुनारों की आशा टूटती है; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें झूठी हैं, और उन में सांस ही नहीं है।
Jeremiah 10:14 in Other Translations
King James Version (KJV)
Every man is brutish in his knowledge: every founder is confounded by the graven image: for his molten image is falsehood, and there is no breath in them.
American Standard Version (ASV)
Every man is become brutish `and is' without knowledge; every goldsmith is put to shame by his graven image; for his molten image is falsehood, and there is no breath in them.
Bible in Basic English (BBE)
Then every man becomes like a beast without knowledge; every gold-worker is put to shame by the image he has made: for his metal image is deceit, and there is no breath in them.
Darby English Bible (DBY)
Every man is become brutish, bereft of knowledge; every founder is put to shame by the graven image, for his molten image is falsehood, and there is no breath in them.
World English Bible (WEB)
Every man is become brutish [and is] without knowledge; every goldsmith is disappointed by his engraved image; for his molten image is falsehood, and there is no breath in them.
Young's Literal Translation (YLT)
Brutish is every man by knowledge, Put to shame is every refiner by a graven image, For false `is' his molten image. And there is no breath in them.
| Every | נִבְעַ֤ר | nibʿar | neev-AR |
| man | כָּל | kāl | kahl |
| is brutish | אָדָם֙ | ʾādām | ah-DAHM |
| knowledge: his in | מִדַּ֔עַת | middaʿat | mee-DA-at |
| every | הֹבִ֥ישׁ | hōbîš | hoh-VEESH |
| founder | כָּל | kāl | kahl |
| is confounded | צוֹרֵ֖ף | ṣôrēp | tsoh-RAFE |
| image: graven the by | מִפָּ֑סֶל | mippāsel | mee-PA-sel |
| for | כִּ֛י | kî | kee |
| his molten image | שֶׁ֥קֶר | šeqer | SHEH-ker |
| falsehood, is | נִסְכּ֖וֹ | niskô | nees-KOH |
| and there is no | וְלֹא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| breath | ר֥וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
| in them. | בָּֽם׃ | bām | bahm |
Cross Reference
यिर्मयाह 51:17
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सोनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देने वाली हैं, और उनके कुछ भी सांस नहीं चलती।
यिर्मयाह 10:8
परन्तु वे पशु सरीखे निरे मूर्ख हैं; मूर्त्तियों से क्या शिक्षा? वे तो काठ ही हैं!
यशायाह 46:7
वे उसको कन्धे पर उठा कर लिए फिरते हैं, वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है; वह अपने स्थान से हट नहीं सकता; यदि कोई उसकी दोहाई भी दे, तौभी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है॥
हबक्कूक 2:18
खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देख कर बनाने वाले ने उसे खोदा है? फिर झूठ सिखाने वाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देख कर ढालने वाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलने वाली और निकम्मी मूरत बनाए?
यशायाह 44:18
क्योंकि उनकी आंखें ऐसी मून्दी गई हैं कि वे देख नहीं सकते; और उनकी बुद्धि ऐसी कि वे बूझ नहीं सकते।
यशायाह 42:17
जो लोग खुदी हुई मूरतों पर भरोसा रखते और ढली हुई मूरतों से कहते हैं कि तुम हमारे ईश्वर हो, उन को पीछे हटना और अत्यन्त लज्जित होना पड़ेगा॥
नीतिवचन 30:2
निश्चय मैं पशु सरीखा हूं, वरन मनुष्य कहलाने के योग्य भी नहीं; और मनुष्य की समझ मुझ में नहीं है।
भजन संहिता 135:16
उनके मुंह तो रहता है, परन्तु वे बोल नहीं सकतीं, उनके आंखें तो रहती हैं, परन्तु वे देख नहीं सकतीं,
भजन संहिता 115:4
उन लोगों की मूरतें सोने चान्दी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाईं हुई हैं।
रोमियो 1:22
वे अपने आप को बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए।
यशायाह 45:16
मूर्तियों के गढ़ने वाले सब के सब लज्जित और चकित होंगे, वे सब के सब व्याकुल होंगे।
यशायाह 44:11
देख, उसके सब संगियों को तो लज्जित होना पड़ेगा, कारीगर तो मनुष्य ही है; वे सब के सब इकट्ठे हो कर खड़े हों; वे डर जाएंगे; वे सब के सब लज्जित होंगे।
भजन संहिता 97:7
जितने खुदी हुई मूर्तियों की उपासना करते और मूरतों पर फूलते हैं, वे लज्जित हों; हे सब देवताओं तुम उसी को दण्डवत करो।
भजन संहिता 94:8
तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खों तुम कब तक बुद्धिमान हो जाओगे?
भजन संहिता 92:6
पशु समान मनुष्य इस को नहीं समझता, और मूर्ख इसका विचार नहीं करता:
भजन संहिता 14:2
परमेश्वर ने स्वर्ग में से मनुष्यों पर दृष्टि की है, कि देखे कि कोई बुद्धिमान, कोई परमेश्वर का खोजी है या नहीं।