यशायाह 8:14
और वह शरणस्थान होगा, परन्तु इस्राएल के दोनों घरानों के लिये ठोकर का पत्थर और ठेस की चट्टान, और यरूशलेम के निवासियों के लिये फन्दा और जाल होगा।
And he shall be | וְהָיָ֖ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
for a sanctuary; | לְמִקְדָּ֑שׁ | lĕmiqdāš | leh-meek-DAHSH |
stone a for but | וּלְאֶ֣בֶן | ûlĕʾeben | oo-leh-EH-ven |
of stumbling | נֶ֠גֶף | negep | NEH-ɡef |
and for a rock | וּלְצ֨וּר | ûlĕṣûr | oo-leh-TSOOR |
offence of | מִכְשׁ֜וֹל | mikšôl | meek-SHOLE |
to both | לִשְׁנֵ֨י | lišnê | leesh-NAY |
the houses | בָתֵּ֤י | bottê | voh-TAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
gin a for | לְפַ֣ח | lĕpaḥ | leh-FAHK |
and for a snare | וּלְמוֹקֵ֔שׁ | ûlĕmôqēš | oo-leh-moh-KAYSH |
inhabitants the to | לְיוֹשֵׁ֖ב | lĕyôšēb | leh-yoh-SHAVE |
of Jerusalem. | יְרוּשָׁלִָֽם׃ | yĕrûšāloim | yeh-roo-sha-loh-EEM |