यशायाह 7:2
जब दाऊद के घराने को यह समाचार मिला कि अरामियों ने एप्रैमियों से सन्धि की है, तब उसका और प्रजा का भी मन ऐसा कांप उठा जैसे वन के वृक्ष वायु चलने से कांप जाते हैं।
And it was told | וַיֻּגַּ֗ד | wayyuggad | va-yoo-ɡAHD |
the house | לְבֵ֤ית | lĕbêt | leh-VATE |
of David, | דָּוִד֙ | dāwid | da-VEED |
saying, | לֵאמֹ֔ר | lēʾmōr | lay-MORE |
Syria | נָ֥חָֽה | nāḥâ | NA-ha |
is confederate | אֲרָ֖ם | ʾărām | uh-RAHM |
with | עַל | ʿal | al |
Ephraim. | אֶפְרָ֑יִם | ʾeprāyim | ef-RA-yeem |
And his heart | וַיָּ֤נַע | wayyānaʿ | va-YA-na |
moved, was | לְבָבוֹ֙ | lĕbābô | leh-va-VOH |
and the heart | וּלְבַ֣ב | ûlĕbab | oo-leh-VAHV |
of his people, | עַמּ֔וֹ | ʿammô | AH-moh |
trees the as | כְּנ֥וֹעַ | kĕnôaʿ | keh-NOH-ah |
of the wood | עֲצֵי | ʿăṣê | uh-TSAY |
are moved | יַ֖עַר | yaʿar | YA-ar |
with | מִפְּנֵי | mippĕnê | mee-peh-NAY |
the wind. | רֽוּחַ׃ | rûaḥ | ROO-ak |