यशायाह 66:24
तब वे निकल कर उन लोगों की लोथों पर जिन्होंने मुझ से बलवा किया दृष्टि डालेंगे; क्योंकि उन में पड़े हुए कीड़े कभी न मरेंगे, उनकी आस कभी न बुझेगी, और सारे मनुष्यों को उन से अत्यन्त घृणा होगी॥
And they shall go forth, | וְיָצְא֣וּ | wĕyoṣʾû | veh-yohts-OO |
look and | וְרָא֔וּ | wĕrāʾû | veh-ra-OO |
upon the carcases | בְּפִגְרֵי֙ | bĕpigrēy | beh-feeɡ-RAY |
men the of | הָאֲנָשִׁ֔ים | hāʾănāšîm | ha-uh-na-SHEEM |
that have transgressed | הַפֹּשְׁעִ֖ים | happōšĕʿîm | ha-poh-sheh-EEM |
against me: for | בִּ֑י | bî | bee |
worm their | כִּ֣י | kî | kee |
shall not | תוֹלַעְתָּ֞ם | tôlaʿtām | toh-la-TAHM |
die, | לֹ֣א | lōʾ | loh |
neither | תָמ֗וּת | tāmût | ta-MOOT |
shall their fire | וְאִשָּׁם֙ | wĕʾiššām | veh-ee-SHAHM |
quenched; be | לֹ֣א | lōʾ | loh |
and they shall be | תִכְבֶּ֔ה | tikbe | teek-BEH |
abhorring an | וְהָי֥וּ | wĕhāyû | veh-ha-YOO |
unto all | דֵרָא֖וֹן | dērāʾôn | day-ra-ONE |
flesh. | לְכָל | lĕkāl | leh-HAHL |
בָּשָֽׂר׃ | bāśār | ba-SAHR |