यशायाह 66:20
और जैसे इस्राएली लोग अन्नबलि को शुद्ध पात्र में धरकर यहोवा के भवन में ले आते हैं, वैसे ही वे तुम्हारे सब भाइयों को घोड़ों, रथों, पालकियों, खच्चरों और साड़नियों पर चढ़ा चढ़ाकर मेरे पवित्र पर्वत यरूशलेम पर यहोवा की भेंट के लिये ले आएंगे, यहोवा का यही वचन है।
And they shall bring | וְהֵבִ֣יאוּ | wĕhēbîʾû | veh-hay-VEE-oo |
אֶת | ʾet | et | |
all | כָּל | kāl | kahl |
brethren your | אֲחֵיכֶ֣ם | ʾăḥêkem | uh-hay-HEM |
for an offering | מִכָּל | mikkāl | mee-KAHL |
unto the Lord | הַגּוֹיִ֣ם׀ | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
all of out | מִנְחָ֣ה׀ | minḥâ | meen-HA |
nations | לַֽיהוָ֡ה | layhwâ | lai-VA |
upon horses, | בַּסּוּסִ֡ים | bassûsîm | ba-soo-SEEM |
and in chariots, | וּ֠בָרֶכֶב | ûbārekeb | OO-va-reh-hev |
litters, in and | וּבַצַּבִּ֨ים | ûbaṣṣabbîm | oo-va-tsa-BEEM |
and upon mules, | וּבַפְּרָדִ֜ים | ûbappĕrādîm | oo-va-peh-ra-DEEM |
beasts, swift upon and | וּבַכִּרְכָּר֗וֹת | ûbakkirkārôt | oo-va-keer-ka-ROTE |
to | עַ֣ל | ʿal | al |
my holy | הַ֥ר | har | hahr |
mountain | קָדְשִׁ֛י | qodšî | kode-SHEE |
Jerusalem, | יְרוּשָׁלִַ֖ם | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
saith | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord, | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
as | כַּאֲשֶׁ֣ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
the children | יָבִיאוּ֩ | yābîʾû | ya-vee-OO |
Israel of | בְנֵ֨י | bĕnê | veh-NAY |
bring | יִשְׂרָאֵ֧ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
אֶת | ʾet | et | |
an offering | הַמִּנְחָ֛ה | hamminḥâ | ha-meen-HA |
clean a in | בִּכְלִ֥י | biklî | beek-LEE |
vessel | טָה֖וֹר | ṭāhôr | ta-HORE |
into the house | בֵּ֥ית | bêt | bate |
of the Lord. | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |