यशायाह 65:12
मैं तुम्हें गिन गिनकर तलवार का कौर बनाऊंगा, और तुम सब घात होने के लिये झुकोगे; क्योंकि, जब मैं ने तुम्हें बुलाया तुम ने उत्तर न दिया, जब मैं बोला, तब तुम ने मेरी न सुनी; वरन जो मुझे बुरा लगता है वही तुम ने नित किया, और जिस से मैं अप्रसन्न होता हूं, उसी को तुम ने अपनाया॥
Therefore will I number | וּמָנִ֨יתִי | ûmānîtî | oo-ma-NEE-tee |
sword, the to you | אֶתְכֶ֜ם | ʾetkem | et-HEM |
all shall ye and | לַחֶ֗רֶב | laḥereb | la-HEH-rev |
bow down | וְכֻלְּכֶם֙ | wĕkullĕkem | veh-hoo-leh-HEM |
slaughter: the to | לַטֶּ֣בַח | laṭṭebaḥ | la-TEH-vahk |
because | תִּכְרָ֔עוּ | tikrāʿû | teek-RA-oo |
when I called, | יַ֤עַן | yaʿan | YA-an |
not did ye | קָרָ֙אתִי֙ | qārāʾtiy | ka-RA-TEE |
answer; | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
when I spake, | עֲנִיתֶ֔ם | ʿănîtem | uh-nee-TEM |
not did ye | דִּבַּ֖רְתִּי | dibbartî | dee-BAHR-tee |
hear; | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
but did | שְׁמַעְתֶּ֑ם | šĕmaʿtem | sheh-ma-TEM |
evil | וַתַּעֲשׂ֤וּ | wattaʿăśû | va-ta-uh-SOO |
before mine eyes, | הָרַע֙ | hāraʿ | ha-RA |
choose did and | בְּעֵינַ֔י | bĕʿênay | beh-ay-NAI |
that wherein | וּבַאֲשֶׁ֥ר | ûbaʾăšer | oo-va-uh-SHER |
I delighted | לֹֽא | lōʾ | loh |
not. | חָפַ֖צְתִּי | ḥāpaṣtî | ha-FAHTS-tee |
בְּחַרְתֶּֽם׃ | bĕḥartem | beh-hahr-TEM |