यशायाह 61:1
प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिये भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूं; कि बंधुओं के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूं;
The Spirit | ר֛וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
of the Lord | אֲדֹנָ֥י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
God | יְהוִ֖ה | yĕhwi | yeh-VEE |
is upon | עָלָ֑י | ʿālāy | ah-LAI |
me; because | יַ֡עַן | yaʿan | YA-an |
Lord the | מָשַׁח֩ | māšaḥ | ma-SHAHK |
hath anointed | יְהוָ֨ה | yĕhwâ | yeh-VA |
tidings good preach to me | אֹתִ֜י | ʾōtî | oh-TEE |
unto the meek; | לְבַשֵּׂ֣ר | lĕbaśśēr | leh-va-SARE |
sent hath he | עֲנָוִ֗ים | ʿănāwîm | uh-na-VEEM |
me to bind up | שְׁלָחַ֙נִי֙ | šĕlāḥaniy | sheh-la-HA-NEE |
brokenhearted, the | לַחֲבֹ֣שׁ | laḥăbōš | la-huh-VOHSH |
לְנִשְׁבְּרֵי | lĕnišbĕrê | leh-neesh-beh-RAY | |
to proclaim | לֵ֔ב | lēb | lave |
liberty | לִקְרֹ֤א | liqrōʾ | leek-ROH |
captives, the to | לִשְׁבוּיִם֙ | lišbûyim | leesh-voo-YEEM |
prison the of opening the and | דְּר֔וֹר | dĕrôr | deh-RORE |
to them that are bound; | וְלַאֲסוּרִ֖ים | wĕlaʾăsûrîm | veh-la-uh-soo-REEM |
פְּקַח | pĕqaḥ | peh-KAHK | |
קֽוֹחַ׃ | qôaḥ | KOH-ak |