यशायाह 6:5
तब मैं ने कहा, हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है!
Then said | וָאֹמַ֞ר | wāʾōmar | va-oh-MAHR |
I, Woe | אֽוֹי | ʾôy | oy |
for me! is | לִ֣י | lî | lee |
I am undone; | כִֽי | kî | hee |
because | נִדְמֵ֗יתִי | nidmêtî | need-MAY-tee |
am I | כִּ֣י | kî | kee |
a man | אִ֤ישׁ | ʾîš | eesh |
of unclean | טְמֵֽא | ṭĕmēʾ | teh-MAY |
lips, | שְׂפָתַ֙יִם֙ | śĕpātayim | seh-fa-TA-YEEM |
and I dwell | אָנֹ֔כִי | ʾānōkî | ah-NOH-hee |
midst the in | וּבְתוֹךְ֙ | ûbĕtôk | oo-veh-toke |
of a people | עַם | ʿam | am |
of unclean | טְמֵ֣א | ṭĕmēʾ | teh-MAY |
lips: | שְׂפָתַ֔יִם | śĕpātayim | seh-fa-TA-yeem |
for | אָנֹכִ֖י | ʾānōkî | ah-noh-HEE |
eyes mine | יוֹשֵׁ֑ב | yôšēb | yoh-SHAVE |
have seen | כִּ֗י | kî | kee |
אֶת | ʾet | et | |
King, the | הַמֶּ֛לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
the Lord | יְהוָ֥ה | yĕhwâ | yeh-VA |
of hosts. | צְבָא֖וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
רָא֥וּ | rāʾû | ra-OO | |
עֵינָֽי׃ | ʿênāy | ay-NAI |