यशायाह 57:8
तू ने अपनी चिन्हानी अपने द्वार के किवाड़ और चौखट की आड़ ही में रखी; मुझे छोड़ कर तू औरों को अपने तईं दिखाने के लिये चली, तू ने अपनी खाट चौड़ी की और उन से वाचा बान्ध ली, तू ने उनकी खाट को जहां देखा, पसन्द किया।
Behind | וְאַחַ֤ר | wĕʾaḥar | veh-ah-HAHR |
the doors | הַדֶּ֙לֶת֙ | haddelet | ha-DEH-LET |
posts the and also | וְהַמְּזוּזָ֔ה | wĕhammĕzûzâ | veh-ha-meh-zoo-ZA |
hast thou set up | שַׂ֖מְתְּ | śamĕt | SA-met |
remembrance: thy | זִכְרוֹנֵ֑ךְ | zikrônēk | zeek-roh-NAKE |
for | כִּ֣י | kî | kee |
thou hast discovered | מֵאִתִּ֞י | mēʾittî | may-ee-TEE |
than another to thyself | גִּלִּ֣ית | gillît | ɡee-LEET |
up; gone art and me, | וַֽתַּעֲלִ֗י | wattaʿălî | va-ta-uh-LEE |
thou hast enlarged | הִרְחַ֤בְתְּ | hirḥabĕt | heer-HA-vet |
bed, thy | מִשְׁכָּבֵךְ֙ | miškābēk | meesh-ka-vake |
and made | וַתִּכְרָת | wattikrāt | va-teek-RAHT |
lovedst thou them; with covenant a thee | לָ֣ךְ | lāk | lahk |
their bed | מֵהֶ֔ם | mēhem | may-HEM |
where | אָהַ֥בְתְּ | ʾāhabĕt | ah-HA-vet |
thou sawest | מִשְׁכָּבָ֖ם | miškābām | meesh-ka-VAHM |
it. | יָ֥ד | yād | yahd |
חָזִֽית׃ | ḥāzît | ha-ZEET |