यशायाह 57:13
जब तू दोहाई दे, तब जिन मूर्तियों को तू ने जमा किया है वह ही तुझे छुड़ाएं! वे तो सब की सब वायु से वरन एक ही फूंक से उड़ जाएंगी। परन्तु जो मेरी शरण लेगा वह देश का अधिकारी होगा, और मेरे पवित्र पर्वत को भी अधिकारी होगा॥
When thou criest, | בְּזַֽעֲקֵךְ֙ | bĕzaʿăqēk | beh-ZA-uh-kake |
let thy companies | יַצִּילֻ֣ךְ | yaṣṣîluk | ya-tsee-LOOK |
deliver | קִבּוּצַ֔יִךְ | qibbûṣayik | kee-boo-TSA-yeek |
wind the but thee; | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
away; all them carry shall | כֻּלָּ֥ם | kullām | koo-LAHM |
יִשָּׂא | yiśśāʾ | yee-SA | |
vanity | ר֖וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
take shall | יִקַּח | yiqqaḥ | yee-KAHK |
trust his putteth that he but them: | הָ֑בֶל | hābel | HA-vel |
possess shall me in | וְהַחוֹסֶ֥ה | wĕhaḥôse | veh-ha-hoh-SEH |
the land, | בִי֙ | biy | vee |
inherit shall and | יִנְחַל | yinḥal | yeen-HAHL |
my holy | אֶ֔רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
mountain; | וְיִירַ֖שׁ | wĕyîraš | veh-yee-RAHSH |
הַר | har | hahr | |
קָדְשִֽׁי׃ | qodšî | kode-SHEE |