यशायाह 53:7
वह सताया गया, तौभी वह सहता रहा और अपना मुंह न खोला; जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय वा भेड़ी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती है, वैसे ही उसने भी अपना मुंह न खोला।
He was oppressed, | נִגַּ֨שׂ | niggaś | nee-ɡAHS |
and he | וְה֣וּא | wĕhûʾ | veh-HOO |
was afflicted, | נַעֲנֶה֮ | naʿăneh | na-uh-NEH |
opened he yet | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
not | יִפְתַּח | yiptaḥ | yeef-TAHK |
his mouth: | פִּיו֒ | pîw | peeoo |
he is brought | כַּשֶּׂה֙ | kaśśeh | ka-SEH |
lamb a as | לַטֶּ֣בַח | laṭṭebaḥ | la-TEH-vahk |
to the slaughter, | יוּבָ֔ל | yûbāl | yoo-VAHL |
sheep a as and | וּכְרָחֵ֕ל | ûkĕrāḥēl | oo-heh-ra-HALE |
before | לִפְנֵ֥י | lipnê | leef-NAY |
shearers her | גֹזְזֶ֖יהָ | gōzĕzêhā | ɡoh-zeh-ZAY-ha |
is dumb, | נֶאֱלָ֑מָה | neʾĕlāmâ | neh-ay-LA-ma |
so he openeth | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
not | יִפְתַּ֖ח | yiptaḥ | yeef-TAHK |
his mouth. | פִּֽיו׃ | pîw | peev |